बस्ती (Basti) के मजदूर ने सपने में भी नहीं सोचा था कि रातोंरात अरबपति बन जाएगा. इनकम टैक्स विभाग से नोटिस मिलने के बाद मजदूर शिव प्रसाद को बैंक खाते की जानकारी हुई. उसने नोटिस को आसपास के लोगों से पढ़वाया. नोटिस पढ़ने के बाद लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई. शिव प्रसाद के बैंक अकाउंट में 2 अरब 21 करोड़ की रकम थी. हैरान कर देने वाला मामला लालगंज थानाक्षेत्र के बरतनिया गांव का है. शिव प्रसाद दिल्ली में पत्थर की घिसाई कर परिवार का भरण पोषण करते हैं. उसके बैंक अकाउंट में दो अरब 21 करोड़ 30 लाख सात रुपये जमा हो जाते हैं.
मजदूर को मिला आयकर विभाग का नोटिस
हैरानी की बात है कि बैंक खाते के बारे में मजदूर को जानकारी भी नहीं है. कुछ दिन पहले रजिस्टर्ड डाक से आयकर विभाग का नोटिस दिहाड़ी मजदूर के घर पहुंचा. पत्थर की घिसाई करने वाले बेटे को आयकर विभाग का नोटिस मिलने से परिजनों की भी हैरानी का ठिकाना नहीं रहा. आयकर का नोटिस घर पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद मजदूर दिल्ली से वापस गांव लौट आया. नोटिस के मुताबिक बैंक खाते में 2 अरब 21 करोड़ 30 लाख 7 रुपये कैश जमा थे. टीडीएस के रूप में 4 लाख 58 हजार 715 रुपये बैंक ने काट लिया था.
रातोंरात अरबपति बनने का मांगा गया ब्योरा
मजदूर शिव प्रसाद बताते हैं कि 2019 में पैन कार्ड गुम हो गया था. आशंका है कि पैन कार्ड के आधार पर जालसाज ने खाता खोल लिया होगा. उन्होंने बताया कि पहली बार आयकर विभाग के नोटिस को नजरअंदाज कर दिया गया. परिजनों ने दोबारा नोटिस आने की जानकारी दी. जानकारी मिलने के बाद फौरन दिल्ली छोड़ गांव चला आया. शिव प्रसाद दो अकाउंट होने का दावा करते हैं. एक अकाउंट में एक भी पैसा नहीं है और दूसरे अकाउंट में 29 हजार रुपये हैं. शिकायत लालगंज थाने को दे दी गई है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
इस पूरे मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि इस संबंध को थानाध्यक्ष लालागंज के संज्ञान में लाया गया है. उनसे कहा गया कि संबंधित बैंक से संपर्क करें, वस्तुस्थिति की जानकारी करें और इस संबंध में मुझे और उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराएं.