मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की रहनेवाली तपस्या परिहार ने UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग जॉइन किया, लेकिन जब पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया और ऑल इंडिया में 23वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफ़सर बनीं।
अगर आप UPSC की तैयारी कर रहे हैं, तो ज़रूर कभी न कभी अच्छी कोचिंग की तलाश की होगी। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवार यह जानते हैं कि आज मार्केट में कई तरह के कोचिंग इंस्टीट्यूट्स मौजूद हैं और जिस कोचिंग से जितने ज़्यादा छात्रों का सेलेक्शन होता है, उसकी फ़ीस उतनी ही ज़्यादा होती है। कुछ लोगों के लिए ये कोचिंग सेंटर्स काम के होते हैं, लेकिन कुछ स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं जिनके लिए ये समय और पैसे दोनों की बर्बादी हैं।
इन्हीं में से एक हैं तपस्या परिहार। IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी तपस्या परिहार इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण हैं कि लगातार मेहनत की जाए, तो अकेले भी सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने बिना किसी कोचिंग के 2017 में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और AIR 23 के साथ सफलता हासिल की।
कैसे मिली सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की प्रेरणा?
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की रहने वाली तपस्या अपनी शुरूआती पढ़ाई पूरी करके पुणे चली गईं, जहाँ उन्होंने लॉ की डिग्री हासिल की। उन्होंने द बेटर इंडिया को बताया, “सिविल सेवा परीक्षा का एग्ज़ाम क्रैक करके प्रशासन का हिस्सा बनना मेरे अंकल का सपना था। वह इसमें सफल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने मुझे सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया।”
2015 में पांच साल का लॉ कोर्स ख़त्म होने के बाद, तपस्या ने अपनी तैयारी शुरू कर दी। हालांकि, शुरुआत में उन्होंने दिल्ली की एक कोचिंग में एडमिशन लिया था, लेकिन जल्द ही उन्हें यह एहसास हुआ कि एक क्लास में 300 छात्रों की भीड़ की वजह से वह पढ़ने में फोकस नहीं कर पा रही हैं।
साल 2016 में उन्होंने पहली बार परीक्षा दी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। पहले प्रयास में तपस्या भले ही असफल रही हों, लेकिन इससे उन्हें अपनी तैयारी का बेस मज़बूत बनाने में काफ़ी मदद मिली। वह बताती हैं, “2016 में जब मैं परीक्षा देने गई और पेपर में आए सवाल देखे, तब मुझे यह एहसास हुआ कि UPSC निकालने के लिए आपको हर विषय के बारे में सिर्फ़ पता होना ज़रूरी नहीं है, बल्कि हर टॉपिक की गहरी जानकारी होनी ज़रूरी है।”
इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी खुद करने का फ़ैसला किया। पहली असफलता के बाद वह जब निराश हुईं, तब उनकी माँ की सलाह और बातों से उन्हें आगे बढ़ने की हिम्मत मिली। तपस्या कहती हैं, “मेरी माँ भले ही ज़्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हैं, लेकिन वह बेहद समझदार हैं। वह अक्सर मुझसे आस-पास के लोगों की बातों को ज़्यादा महत्व न देकर, हमेशा अपने दिल की बात सुनने के लिए कहतीं।”
दूसरी बार सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने की स्ट्रैटजी क्या थी?
उन्होंने इंटरनेट की मदद से सेल्फ स्टडी शुरू की। वह बताती हैं, “मैंने कई सारे टॉपर्स के इंटरव्यूज़ देखे और अलग-अलग टॉपिक्स पर खूब सारे आर्टिकल्स पढ़े। मैंने ऑनलाइन मौजूद जानकारीयों का अच्छी तरह अध्ययन किया।” इसके अलावा, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान टेस्ट पेपर्स सॉल्व करने में उन्होंने काफ़ी समय बिताया।
तपस्या ने बेसिक्स से स्टार्ट करते हुए डेढ़ महीने में NCERT बुक्स पढ़ीं। उन्होंने प्रीलिम्स से छह महीने पहले, दिसंबर 2016 में अपनी तैयारी शुरू की थी। वह बताती हैं कि इस तरीक़े से उन्हें सेल्फ असेसमेंट करने में मदद मिली और उन्होंने उन विषयों पर काम करना शुरु किया, जो कमज़ोर थे।
UPSC उम्मीदवारों के लिए IAS की टिप्स
कॉम्पीटीशन से न डरें:
“हज़ारों-लाखों एस्पिरेंट्स सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते और परीक्षा देते हैं। इसके बावजूद, आपको कॉम्पीटीशन से डरना नहीं है। खुद पर भरोसा रखें और अपने लक्ष्य पर फोकस करें।”
अपनी स्ट्रैटेजी खुद बनाएं
“कई सारे टॉपर्स और कोचिंग सेंटर्स आपको सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने के असरदार टिप्स देते रहते हैं, आप उन्हें सुनें और उन्हें अपना भी सकते हैं। लेकिन ज़रूरी यह है कि अंत में अपनी तैयारी और पढ़ाई की स्ट्रैटजी आप खुद बनाएं। हर किसी की अपनी अलग क्षमता और सुविधा होती है। आप उस तरह पढ़ें जैसे आपको सही लगता है।”
एक प्लान बनाएं और उस पर टिके रहें
“सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते समय, एक शेड्यूल तैयार करना और उस पर टिके रहना सबसे ज़रूरी है। छोटे-छोटे गोल्स अचीव करने की कोशिश करें और जैसे-जैसे परीक्षा पास आती है, अपने प्लान को उसके हिसाब से फॉलो करें।”
आज तपस्या मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में सब-डिविज़नल मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत हैं।