बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस शुभ दिन पर ही गौतम बुद्ध का जन्म और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। उनके जीवन में तीन अधिक महत्वपूर्ण घटनाएं रही हैं। पहला उनका जन्म, दूसरा ज्ञान और तीसरा मोक्ष, यह सभी एक ही तिथि पर आते हैं।
जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा पर सभी को पवित्र ग्रंथ का पाठ करना चाहिए। बुद्ध पूर्णिमा तिथि 22 मई की शाम 5: 57 मिनट पर शुरू होगी। इस तिथि का समापन 23 मई गुरुवार के दिन 6: 41 मिनट पर होगा। इस दिन बैशाख पूर्णिमा भी है। उन्होंने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा का दिन सभी के लिए बहुत खास है।
इस बार यह तिथि और भी खास होने वाली है, क्योंकि इस दिन शुभ योग बन रहा है। इस दौरान शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इसके साथ ही बुद्ध पूर्णिमा पर शुक्र-सूर्य की युति से शुक्रादित्य योग, राजभंग योग का भी निर्माण होगा।