बिहार के रोहतास में पुलिस ने UP के 18 कुख्यातों सहित 23 लोगों को एक होटल में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया है. ये लोग किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए जुटे थे. पकड़े गए सभी अपराधियों को जेल भेज दिया गया है. पुलिस की इस कार्रवाई से एक बड़ी साजिश को नाकाम किया जा सका. लेकिन, यह भी सवाल उठ रहे हैं कि इतने कुख्यात एक ही स्थान पर कैसे इकट्ठे हो गए।
कैसे हुई गिरफ्तारीः रोहतास पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बिक्रमगंज के एक होटल में कुछ लोग हथियार के साथ रुके हुए हैं. इस सूचना के सत्यापन पर पुलिस ने छापेमारी की. होटल के अलग-अलग कमरों में यूपी से आकर रुके 18 लोग सहित कुल 23 व्यक्तियों को पकड़ा गया. इन लोगों के पास से दो ऑटोमेटिक राइफल तथा 6 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं. पुलिस बरामद हथियारों के लाइसेंस की सत्यापन कर रही है।
शराब भी मिली हैः पकड़े गए लोगों में ज्यादातर मिर्जापुर, आजमगढ़ तथा वाराणसी के रहने वाले हैं. इस बात के कयास लगाये जा रहे हैं कि कोई स्थानीय, इन सभी को किसी वारदात को अंजाम देने के लिए बुलाया होगा. बताया जा रहा है कि पुलिस के हत्थे चढ़े अपराधियों के पास से शराब भी मिली है. इन लोगों के पास से तीन स्कॉर्पियो, एक फॉर्च्यूनर गाड़ी भी मिली है. फिलहाल पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कह रही है।
इनको किया गया गिरफ्तारः पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अपराधियों में मिर्जापुर का जितेंद्र सेठ, अरविंद कुमार साव, शैलेश मोहन कश्यप , नीरज यादव और अमित सिंह, आजमगढ़ का सुनील कुमार और राजेंद्र कुमार, गाजीपुर का बिल्लू राम और अजीत कुमार सिंह, चंदौली का सुनील यादव, बनारस का सर्वेश रघुवंशी, अमित तिवारी, कृष्ण कुमार और वीरेंद्र कुमार, तथा बिक्रमगंज का अमित कुमार चौबे और मठिया गांव का धनजीत सिंह शामिल है।