बिहार में CTET परीक्षा के दौरान पकड़ाए 25 फर्जी अभ्यर्थी, पैसे लेकर दूसरे के बदले दे रहे थे एग्जाम

GridArt 20240708 123624553

पटना: बिहार में चाहे बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा हो यह नीट यूजी परीक्षा, प्रदेश के परीक्षा केंद्रों से काफी संख्या में ऐसे परीक्षार्थी पकड़े गए जो दूसरे के बदले एग्जाम दे रहे थे. यही सिलसिला सीटेट परीक्षा में भी देखने को मिला है. रविवार को आयोजित हुई सीटेट परीक्षा में बिहार में 25 मुन्ना भाई पकड़े गए हैं, जो दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे।

इन जिलों में पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थी: केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन बिहार के 16 जिला के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर संपन्न हुआ. इस दौरान पटना, दरभंगा, बेगूसराय, गोपालगंज और भागलपुर से कुल 25 ऐसे अभ्यर्थी पकड़े गए जो दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे।

कैसे पकड़ी गई फर्जी अभ्यर्थी?: पटना जिले के प्रकृतिक स्कूल की सेंटर सुपरीटेंडेंट मौसमी मोहापात्रा ने जानकारी दी है कि दूसरी पाली में खगड़िया की चंदा कुमारी के स्थान पर खगड़िया की ही डॉली कुमारी परीक्षा दे रही थी. ये फोटो मिलान और थंब इंप्रेशन के दौरान पकड़ी गई और डॉली ने अपराध भी कबूल कर लिया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है और मामले की जानकारी सीबीएसई को भेज दी गई है।

दानापुर के परीक्षा केंद्र से 1 गिरफ्तार: बता दें कि पटना के दानापुर से एक गिरफ्तारी हुई है. दानापुर में आर्य समाज रोड स्थित ओपन माइंड्स बिरला स्कूल के परीक्षा केंद्र पर एक फर्जी परीक्षा थी पकड़ा गया है, जो दूसरे के बदले परीक्षा दे रहा था. स्कूल के केंद्र अधीक्षक पलजिंदर पाल सिंह ने स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने उस परीक्षार्थी को गिरफ्तार भी कर लिया है।

बायोमेट्रिक की जांच ने खोली पोल: इसके अलावा पटना के मंदिर से तीन फर्जी परीक्षा साथियों को गिरफ्तार किया गया है. मुंगेर जिला की पूजा कुमारी के जगह छात्र रेखा कुमारी परीक्षा दे रही थी. इसके अलावा नवादा का एक परीक्षार्थी बिट्टू कुमार, धनंजय यादव की जगह परीक्षा दे रहा था. मधुबनी का मोहम्मद रईस, असुद सलाम की जगह परीक्षा दे रहा था. तीनों बायोमेट्रिक की जांच में पकड़े गए।

बिहटा में पकड़े गए कई मुन्ना भाई: पटना के बिहटा में भी पांच मुन्ना भाई गिरफ्तार किए गए हैं. बेटा की आईआईटी केंपस के पास स्थित फाउंडेशन एकेडमी स्कूल में जांच के दौरान इन्हें पकड़ा गया है. जांच में सामने आया है की मोटी रकम लेकर परीक्षार्थी दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे थे. सासाराम का विकास कुमार मोटी रकम लेकर उत्तर प्रदेश के मऊ का अखिलेश यादव की जगह परीक्षा दे रहा था. इसके अलावा पुलिस ने नेऊरा थाना क्षेत्र के दो जगह से दो छात्राओं और दो छात्रों को दूसरे की जगह परीक्षा देते गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों की पहचान डोली कुमारी, भारती कुमारी, नीतीश कुमार और उज्जवल कुमार के रूप में हुई है।

दरभंगा में पकड़े गए 12 फर्जी अभ्यर्थी: दरभंगा के विभिन्न परीक्षा केंद्रों से 12 फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए हैं. बायोमेट्रिक जांच और चेहरे के मिलान के क्रम में यह सभी पकड़े गए हैं. दरभंगा के नेटवर्क इंटरनेशनल स्कूल से एक फर्जी अभ्यर्थी औरंगाबाद का मुकेश कुमार गिरफ्तार हुआ है, जो पटना के सोनू राजभर के बदले परीक्षा देने आया हुआ था. सभी 12 अभ्यर्थी अलग-अलग परीक्षा केंद्र से पकड़े गए हैं, ऐसे में केंद्राधीक्षकों ने आरोपियों के विरुद्ध में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है।

बेगूसराय और भागलपुर में 1-1 फर्जी अभ्यर्थी गिरफ्तार: सीटेट परीक्षा के दौरान भागलपुर के एसएम कॉलेज के सेंटर से एक फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया है. इसके अलावा बेगूसराय के केंद्रीय विद्यालय गधरा में दूसरे शिफ्ट में बायोमेट्रिक जांच के दौरान एक फर्जी परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया है. केंद्र के प्राचार्य ने गड़हरा थाना में मामला दर्ज कराया है और फर्जी परीक्षार्थी ने भी स्वीकार किया है कि वह दूसरे के बदले परीक्षा दे रहा था।

गोपालगंज में 2 फर्जी अभ्यर्थी गिरफ्तार: इसके अलावा गोपालगंज में श्री भारतीय अकैडमी और से पब्लिक स्कूल दीघवा दुबौली में एक-एक फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए हैं. दोनों शिक्षक अभ्यर्थियों के विरुद्ध प्राथमिक की दर्ज कर ली गई है और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. अब इस पूरे मामले की बिहार पुलिस अनुसंधान कर रही है कि कौन सा गिरोह है जो मोटी रकम लेकर के स्कॉलर बैठता है।

Sumit ZaaDav: Hi, myself Sumit ZaaDav from vob. I love updating Web news, creating news reels and video. I have four years experience of digital media.