आने वाले समय में कम से कम 25 भारतीय कंपनियां 22,000 करोड़ रुपये के आईपीओ लाने जा रही हैं। आईपीओ के इन सभी प्रस्तावों को बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मिल गई है। एनालिस्ट की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
एनालिस्ट का कहना है कि वैश्विक उतार-चढ़ाव के बीच भी भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन अच्छा बना हुआ है।
पेंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स ने कहा कि अगस्त के पहले हफ्ते में चार कंपनियों ने मिलकर 11,850 करोड़ रुपये के आईपीओ लाए और सभी सफल हुए हैं।
एनालिस्ट का कहना है कि वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल होने के बाद भी भारतीय शेयर बाजार में तेजी बनी हुई है। हालांकि, आगे इस तेजी की रफ्तार आर्थिक वृद्धि दर, वैश्विक बाजारों के ट्रेंड और नियामकों के फैसलों पर निर्भर करती है।
भारत में आईपीओ का बाजार हाल के दिनों में काफी गर्म रहा है। कुछ दिनों पहले लिस्ट हुई ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयर में शुक्रवार को 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा। कंपनी की मार्केट वैल्यू बढ़कर 58,664 करोड़ रुपये हो गई। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर अपने इश्यू प्राइस 76 रुपये से 75 प्रतिशत ऊपर 133.08 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
हाल ही लिस्ट हुई फर्स्टक्राइ की पेरेंट कंपनी ब्रेनबी सॉल्यूशंस अपने आईपीओ प्राइस 465 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले 651 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा है।
भारतीय बाजार में एसआईपी का ट्रेड मजबूत रहा है। जुलाई में 23,331 करोड़ रुपये की एसआईपी देखने को मिली थी, जून में यह आंकड़ा 21,262 करोड़ रुपये पर था।
जानकारों का कहना है एसआईपी निवेश में बढ़ोतरी होना दिखाता है कि निवेशक एसआईपी पर अधिक भरोसा कर रहे हैं और अनुशासित निवेश कर रहे हैं।