पटना। राज्य में मरम्मत अवधि से बाहर 28 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण अगले साल बरसात के पहले पूरा कर लिया जाएगा। बुधवार को विधानसभा में केसरिया की जदयू विधायक शालिनी मिश्रा के अल्पसूचित प्रश्न के जवाब में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने सदन में यह जानकारी दी।
मंत्री ने कहा कि सड़कों की सही जानकारी के लिए सर्वे हो रहा है। 30 नवम्बर तक इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद इन सड़कों की मरम्मत की प्रक्रिया शुरू होगी। फिलहाल विभाग के बदले एजेंसी से सड़कों का निर्माण व मरम्मत कराया जाएगा। सड़कों की निगरानी के लिए ‘मेरा बिहार-मेरी सड़क’ एप बनाया जा रहा है। इस एप के माध्यम से आम लोग ग्रामीण सड़कों से संबंधित शिकायत कर सकेंगे। एप पर जानकारी मिलने के सात दिनों के भीतर संबंधित सड़क की मरम्मत कर ली जाएगी। ऐसा नहीं करने पर एजेंसी के साथ ही इंजीनियरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पूरक प्रश्न पर मंत्री ने कहा कि 2005 में जब एनडीए सरकार बनी तो उस समय मात्र आठ हजार किलोमीटर ही ग्रामीण सड़कें थीं। आज एक लाख 18 हजार किलोमीटर से अधिक ग्रामीण सड़क हो चुकी है।