बिहार में करोना संक्रमित मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. राजधानी पटना में बीते 24 घंटे में 30 वर्षीय एक युवक कोरोना से संक्रमित मिलता है. युवक एनएमसीएच में दांत का इलाज कराने पहुंचा हुआ था. संक्रमण के लक्षण दिखने पर युवक का इलाज से पहले कोरोना जांच किया गया, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. इससे पहले 2 दिन पूर्व इसी अस्पताल में आंख का इलाज कराने आई 70 वर्षीय एक महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी. फिलहाल दोनों का इलाज हम आइसोलेशन में चल रहा है।
30 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित
बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग का स्पष्ट निर्देश हैं कि अस्पताल में सर्जरी के लिए आने वाले मरीज का कोरोना जांच अनिवार्य है. जिन में संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं उनका भी कोरोना जांच अनिवार्य है. इसी कड़ी में संक्रमण के लक्षण दिखने पर एनएमसीएच में मरीजों का कोरोना जांच किया गया जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव मिला है. हालांकि दोनों की स्थिति नियंत्रण में है और होम आइसोलेशन में मरीज का इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य महकमा अलर्ट
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि प्रतिदिन लगभग 5000 सैंपल की जांच की जा रही है. विगत एक सप्ताह में प्रदेश में कोरोना के 7 नए मामले सामने आ चुके हैं, हालांकि सभी संक्रमण के हल्के से मध्यम लक्षण से संक्रमित हैं. आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल का कहना है कि कोरोना का नया वेरिएंट जेएन.1 अधिक घातक नहीं है. डरने की आवश्यकता नहीं है. हालांकि लोगों को इससे सावधान रहने की जरूरत है. हालांकि पूर्व से गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि उन्हें यह संक्रमण गंभीर रूप से बीमार कर सकता है।
”संक्रमण के लक्षण महसूस होने पर खुद को आइसोलेट करें और भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें. भीड़भाड़ वाले इलाके में चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें और हैंड हाइजीन पर विशेष ध्यान दें. अस्पतालों में यदि आते हैं तो चेहरे पर मास्क जरूर रखें. वैक्सीनेशन का बहुत फायदा मिल रहा है और वैक्सीनेशन के कारण कोरोना संक्रमण लोगों में गंभीर स्थिति पैदा नहीं कर रहा.”-मनीष मंडल, अधीक्षक, IGIMS