छपरा स्टेशन पर 13020 बाघ एक्सप्रेस के एक कोच से आरपीएफ व वन विभाग की टीम ने 319 कछुए की खाल को बरामद किया है। कछुए की खाल को बैग में छिपाकर रखा गया था। आरपीएफ ने दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। जब्त की गई कछुए की खाल की कीमत करीब 8 लाख रुपये बताई जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, राजस्व सूचना निदेशालय पटना ने आरपीएफ इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह को जानकारी दी कि बाघ एक्सप्रेस ट्रेन से दो व्यक्ति यूपी से कछुए को स्मगलिंग करने के लिए लेकर जा रहे हैं। सूचना के बाद आरपीएफ वन विभाग और डीआरआई की टीम ने ट्रेन की तलाशी ली।
स्लीपर कोच में मिले दो संदिग्ध
आरपीएफ और वन विभाग की टीम को स्लीपर कोच में दो बैग व एक ट्रॉली लिए दो संदिग्ध दिखे। उन पर टीम को शक हुआ। टीम दोनों को पड़कर आरपीएफ पोस्ट ले आई, जहां उनके बैग और सामान की जांच की गई तो उसमें से भारी मात्रा में मृत कछुए की खाल व टुकड़े मिले।
पकड़े गए दोनों तस्कर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के गांधीनगर के रहने वाले मिथुन व विशाल हैं। यह दोनों तस्करी के लिए मृत कछुए की खाल लेकर जा रहे थे, जिसकी भनक कस्टम विभाग को लग गई और ये लोग छपरा में पकड़े गए।
भारतीय नरम शैल किस्म के थे कछुए
वन प्रमंडल अधिकारी रामसुंदर एम ने बताया कि कछुए भारतीय नरम शैल किस्म के थे। दोनों तस्करों से पूछताछ में पता चला कि मांस के लिए कछुए के टुकड़े ले जा रहे थे।
आरपीएफ इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि राजस्व सूचना निदेशालय के जानकारी पर उप निरीक्षक मनोज कुमार सिंह, सहायक उप निरीक्षक आदित्य प्रकार सिंह, विजय रंजन मिश्रा के साथ यह कार्रवाई की गई, जिसमें सफलता मिली है। पकड़े गए दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसकी जांच वन विभाग के उप परिसर अधिकारी मनीष कुमार द्वारा की जाएगी।