बिहार में भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के तहत अबतक करीब 36 लाख लोगों ने स्वघोषणा पत्र दाखिल किया है। रैयतों ने करीब 25 लाख स्वघोषणा पत्र को शिविरों में जाकर ऑफलाइन एवं करीब 11 लाख को ऑनलाइन दाखिल किया गया है।
शुक्रवार को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में राज्य में जारी भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की समीक्षा की गयी। विभाग के सचिव जय सिंह ने बंदोबस्त पदाधिकारियों के साथ जूम एप के जरिए बैठक की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार में भूमि सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त तय कार्यक्रम एवं प्रक्रिया के मुताबिक चल रहा है। विभागीय सचिव जय सिंह ने कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व अफवाह फैला रहे हैं।
आमलोगों को इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। अभी स्वघोषणा का काम प्रदेश के 445 अंचलों में चल रहा है। साथ ही सभी मौजों का प्रपत्र-5 यानि खतियान का सार या तेरीज लिखने का काम जारी है। आनेवाले समय में इसमें और तेजी आएगी। बैठक में राज्य के उन 43041 गांवों की समीक्षा की गई जहां भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू है। इन सभी गांवों में सर्वेक्षण की घोषणा कर दी गई किंतु इसमें से 42561 गांवों को ही निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
41333 मौजों में ग्राम सभा का आयोजन हुआ
विभाग के अनुसार बैठक से स्पष्ट हुआ कि कुल मौजों में से 41333 मौजों में ग्राम सभा का आयोजन किया जा चुका है। किन्तु निदेशालय की वेबसाइट पर 37974 मौजों को ही अपलोड किया गया है।
20526 मौजों में खतियान लिखा जा रहा
विभागीय सचिव जय सिंह ने कहा सभी जिलों में 20526 मौजों में खतियान लिखने का काम शुरू किया गया है। जिसमें 8737 मौजों में खतियान का सार यानि तेरीज लिखने का काम पूर्ण भी कर लिया गया है। खतियान लिखने के काम को और तीव्र करने का निर्देश बंदोबस्त पदाधिकारियों को दिया गया।