संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रुडी ने बिहार के प्रवासी मजदूरों का मामला उठाया। बीजेपी सांसद ने सदन को बताया कि नीतीश सरकार की नाकामी के कारण बिहार से अबतक चार करोड़ लोग बिहार छोड़कर दूसरे राज्यों का रूख कर चुके हैं।
लोकसभा में रुडी ने कहा कि बिहार की सरकार ने जातीय गणना के आधार पर सिर्फ वोट की राजनीति की है। बिहार के लोगों को उसे कोई चिंता नहीं है। आज देश के किसी भी हिस्से में बड़ा हादसा होता है तो उसमें मरने वाले बिहारी ही होते हैं। अबतक जितने भी हादसों में लोगों की जाने गईं उसमें कोई न कोई बिहारी जरूर रहा है।
उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक बिहार के मजदूर काम कर रहे हैं। बिहार के लोग कश्मीर में आतंकियों की गोली के शिकार हो रहे हैं लेकिन बिहार सरकार का इसपर कोई ध्यान नहीं है। राज्य की 14 करोड़ की आबादी में से 4 करोड़ लोग बिहार छोड़ कर पलायन कर गए हैं और दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी कर रहे हैं। 4 करोड़ में से 3 करोड़ वो लोग हैं, जिनकी जातीय गणना कराई जाती है और बिहार की सरकार वोट की राजनीति करती है।
बता दें कि कर्नाटक के विजयपुरा के औद्योगिक क्षेत्र में एक निजी खाद्य प्रसंस्करण इकाई के गोदाम में मशीन के क्षतिग्रस्त होने से कई मजदूर 100 टन मक्के के ढेर के नीचे दब गये थे और दम घुटने से सभी की मौत हो गयी थी। मरने वालों में सात मजदूर बिहार के रहने वाले थे। रुडी ने मृतक मजदूरों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग बिहार सरकार से की है।