बिहार के भागलपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां सावन की पहली सोमवारी पर स्नान करने गए चार नाबालिग गंगा नदी में डूब गए. डूबने वाले चार लड़कों (नाबालिक) में से तीन अपने माता-पिता के इकलौती संतान थे. स्थानीय गोताखोरों की मदद से तीन मृत बच्चों के शव को नदी से बाहर निकालकर परिजनों को सौंप दिया गया है. घटना की सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम सभी की खोजबीन कर रही है।
सावन की पहली सोमवारी पर बड़ा हादसा : बताया जाता है कि भागलपुर जिले के नारायणपुर प्रखंड अंतर्गत भवानीपुर थाना क्षेत्र के मधुरापुर गंगा जहाज घाट पर 11 दोस्तों की टोली एक साथ नहाने पहुंचे थे. इसी दौरान एक दोस्त डूबने लगा. तभी बाकी दोस्त उसे बचाने के लिए गंगा नदी में कूद गए. पानी की धार इतनी तेज थी कि सभी बह गए।
भागलपुर में 11 दोस्त डूबे, 4 की मौत : हालांकि, लड़को को डूबता देख स्थानीय लोगों ने इनमें से 7 को बचा लिया गया, जबकि 4 की डूबकर मौत हो गई. स्थानीय गोताखोरों की मदद से तीन मृत बच्चों के शव को नदी से बाहर निकालकर परिजनों को सौंप दिया गया है. घटना की सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम एक की खोजबीन कर रही है।
सोमवारी पर गंगा घाट गए थे सभी : मृतको में शिवम कुमार (18 वर्ष) पिता दिगंबर शर्मा, सोनू कुमार उम्र (16 वर्ष) पिता दिलीप गुप्ता, आलोक कुमार उम्र (18 वर्ष) पिता संतोष भगत, संजीव कुमार (17 वर्ष) पिता अरुण कुमार शाह की मौत हो गई. घटना की जानकारी लेने के लिए नारायणपुर का को फोन किया गया तो नारायणपुर CO का फोन स्विच ऑफ आ रहा है।
सावधान! गंगा में संभलकर करें स्नान : घटनास्थल पर भवानीपुर थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर महेश कुमार, अंचलाधिकारी विशाल अग्रवाल, आरओ भरत कुमार झा, सहित कई अन्य अधिकारी पहुंचे. इस बीच गंगा घाट पर व्यवस्थाओं की कमी को लेकर ग्रामीण एवं स्थानीय लोगों में गुस्सा देखने को मिला. घटना की जानकारी मिलने के बाद नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में परिजनों की भीड़ लग गई. लोगों ने जिला स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।
“श्रावणी मेला से पूर्व बैठक में हम लोगों ने श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कई मांगों को रखा था लेकिन घाट पर समुचित व्यवस्था नहीं की गई. इसको लेकर हम डीएम साहब को भी एक लेटर जारी करेंगे. इसमें स्थानीय व्यवस्थाओं को लेकर आवेदन दिया जाएगा.” – प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव, नगर परिषद अध्यक्ष, नवगछिया