नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम हर रोज नए खुलासे कर रही है. इसके बाद भी अबतक इसका मास्टरमाइंड संजीव मुखिया सीबीआई की गिरफ्त से बाहर है. बुधवार को सीबीआई की टीम ने पटना एम्स के 3 डॉक्टरों को हिरासत में लिया, बाद में एक और डॉक्टर भी जांच टीम के सामने पेश हुआ. जहां लंबी पूछताछ के बाद सभी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है. इनमें से तीन आरोपी 2021 एमबीबीएस बैच के स्टूडेंट हैं. सीबीआई ने चारों के कमरे को भी सील कर दिया है।
याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई: सीबीआई की टीम ने अभी तक पेपर चोरी करने वाले से लेकर पेपर लीक करने वाले और पेपर स्टूडेंट तक पहुंचने वाले सभी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि इस मामले में मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अभी भी सीबीआई की गिरफ्त से बाहर है. आज इस मामले से जुड़ी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने जा रही है।
किसने चुराए ट्रक से पेपर: बता दें कि सीबीआई की टीम ने नीट यूजीसी पेपर लीक मामले में पटना एम्स से 2021 बैच के तीन स्टूडेंट को गिरफ्तार किया है. इन तीनों के लैपटॉप और स्मार्टफोन को भी जब्त किया गया है. वहीं इस मामले में कई लोगों की अबतक गिरफ्तारी हुई है. मंगलवार को पंकज और राजू को गिरफ्तार किया गया. इनसे की गई पूछताछ में सामने आया कि पंकज ने ही ट्रक से पेपर चुराए थे. सीबीआई उसे रिमांड पर लेकर ट्रांसपोर्ट को इसकी सूचना देने वाले की जानकारी जुटाने में लगी है।
क्या बोले एम्स निदेशक?: इस बारे में पटना एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने बताया कि तीन छात्र 2021 बैच के हैं. सभी के लैपटॉप और मोबाइल को भी जब्त कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि सीबीआई के एक अधिकारी ने सभी आरोपी छात्रों के नाम, उनकी तस्वीर और मोबाइल नंबर को हमसे साझा किया था. जिसके बाद नीट पेपर लीक में सीबीआई की हम हर संभव मदद कर रहे है. हमें नहीं मालूम कि सभी छात्र इसमें कैसे संलिप्त है. क्या वह दोषी हैं? इसकी जानकारी हमें नहीं हैं।
कौन हैं ये सभी एमबीबीएस छात्र?: पटना एम्स के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि जिन चार छात्रों को सीबीआई अपने साथ ले गई, उनमें एक छात्र चंदन सिंह थर्ड ईयर का छात्र है. शाम को जिन दो छात्रों को सीबीआई ले गई थी, उनके नाम राहुल आनंद, करण जैन है. वहीं जो छात्र खुद से सीबीआई टीम से जाकर मिला था, उसका नाम कुमार शानू है. चंदन सिंह बिहार के सिवान जिले का रहने वाला है. कुमार शानू पटना का रहनेवाला है, जबकि राहुल आनंद धनबाद का है लेकिन अब पटना में रहता है. वहीं जबकि करण जैन बिहार के अररिया जिले का रहने वाला है।
“इसमें चार छात्र है, जिन्हें सीबीआई की टीम लेकर गई है. बुधवार को जब हम हॉस्टल का राउंड ले रहे थे, उसी दौरान सीबीआई की टीम पहुंची और एक छात्र को लेकर गई. उसके बाद बुधवार शाम एक बार फिर सीबीआई टीम पहुंची और दो और छात्रों को ले गई. एक छात्र उस समय हॉस्टल में मौजूद नहीं था, बाद में वो खुद सीबीआई दफ्तर पहुंचा था. हमारी सूचना के मुताबिक चार छात्र से सीबीआई पूछताछ कर रही है. .”- डॉ. गोपाल कृष्ण पाल, कार्यकारी निदेशक, पटना एम्स
अब तक कितने आरोपी गिरफ्तार?: बता दें कि सीबीआई की टीम ने नीट पेपर लीक मामले में अभी तक 42 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों की माने तो सीबीआई ने समय गबाए इन तीनों डॉक्टरों को हिरासत में लिया और वहां से निकल गई. जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक सीबीआई की टीम इन्हे हिरासत में लेकर पूछताछ करने वाली जगह पर पहुंच गई. पूछताछ के बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस आरोपी की सीबीआई को तलाश: पटना एम्स से गिरफ्तार 2021 बैच के चार स्टूडेंट को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. पहले भी शास्त्री नगर थाने की पुलिस के द्वारा एक साथ 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें डॉक्टर भी शामिल थे. इनके निशानदेही पर अभी तक कुल सात राज्यों से 42 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हालांकि अभी भी मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए लगातार सीबीआई की टीम प्रयास कर रही है।