सुपौल/बांका: प्रयागराज के महाकुम्भ मेले में मंगलवार देर रात मची भगदड़ में बिहार के चार और श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में बांका के सत्यनारायण (53), सुपौल की गुलाबी देवी (73), पश्चिम चंपारण के रामनगर निवासी रामेश्वर चौबे (70) और मुजफ्फरपुर के पारु निवासी सूर्यदेव प्रसाद सिंह शामिल हैं।
बांका के धोरैया स्थित चलना गांव के सत्यनारायण अपनी पत्नी व ससुराल वालों के साथ सोमवार को महाकुंभ में स्नान करने गए थे। वहां मंगलवार की रात वे परिजनों से बिछड़ गए। गुरुवार को सूचना मिली कि वे प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल में हैं। परिजन वहां पहुंचे तो उन्हें मृत पाया। परिजन उनका शव लाने प्रयागराज गए। वहीं सुपौल के राघोपुर की रामविशनपुर के दहीपौड़ी निवासी गुलाबी देवी का शव गुरुवार को पहुंचा तो सबकी आंखें नम हो गईं। छोटे पुत्र नारायण ने बताया कि मां को लेकर गांव के 20 अन्य लोगों के साथ प्रयागराज गए थे। इधर, मधेुपरा के भी चार लोग स्नान करने गए थे, जिनकी कोई खोज-खबर नहीं है।
भगदड़ का मामला सुप्रीम कोर्ट में, न्यायिक जांच शुरू
लखनऊ। महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के मौके पर हुई भगदड़ के कारणों की पड़ताल के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग जांच शुरू कर दी है। दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित दायर कर सभी राज्य सरकारों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश देने की मांग की गई है। दायर याचिका में जिम्मेदार लोगों, अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।