41 साल बाद भारतीय पीएम का ऑस्ट्रिया दौरा कितना अहम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस दौरे के बाद बुधवार को ऑस्ट्रिया की ऐतिहासिक यात्रा पर पहुंचे। कई मायनों में पीएम मोदी का यह दौरा बेहद अहम है। 41 साल बाद यह किस भारतीय पीएम ऑस्ट्रिया के दौरे पर पहुंचे हैं। ऑस्ट्रिया पहुंचते ही पीएम मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बराबरी में आ गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले 1983 में भारतीय पीएम के तौर पर इंदिरा गांधी ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया था। खास बात यह है कि पीएम मोदी ऐसे समय में वहां वियना हैं, जब भारत और ऑस्ट्रिया अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले 1983 में भारतीय पीएम के तौर पर इंदिरा गांधी ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया था। खास बात यह है कि पीएम मोदी ऐसे समय में वहां वियना हैं, जब भारत और ऑस्ट्रिया अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
ऑस्ट्रिया का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री का जिक्र किया जाए तो नेहरू का नाम ही सबसे पहले आता है। दरअसल, 1949 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए पंडित जवाहरलाल नेहरू साल 1955 में ऑस्ट्रिया का दौरा किया था।
मोदी से पहले प्रधानमंत्री के तौर पर कौन गया था ऑस्ट्रिया?
जवाहर लाल नेहरू के बाद और नरेंद्र मोदी से पहले इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए 1971 में ऑस्ट्रिया की यात्रा की थी। इसके नौ साल बाद 1980 में तत्कालीन ऑस्ट्रियाई चांसलर ब्रूनो क्रेस्की ने भारत की यात्रा की थी। इसके बाद 1983 में इंदिरा गांधी ने फिर से ऑस्ट्रिया का दौरा किया, जिसे फॉलो करते हुए 1984 में ऑस्ट्रिया के तत्कालीन चांसलर फ्रेड सिनोवात्ज फिर भारत की यात्रा पर आए थे।
इंदिरा गांधी के 1983 में हुए ऑस्ट्रिया दौरे के बाद नरेंद्र मोदी के पहुंचने तक कोई प्रधानमंत्री वियना नहीं गया। भारत की तरफ से प्रधानमंत्री स्तर पर यह तीसरा दौरा है। हालांकि, इसे चौथा दौरान भी कहा जा सकता है, क्योंकि इंदिरा गांधी दो बार ऑस्ट्रिया के दौरे पर गईं थीं। बता दें कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच राष्ट्रपति, मंत्री, सांसद और नेताओं के स्तर पर लगातार यात्राएं होती रही हैं। ऑस्ट्रिया भारत से क्या-क्या मंगाता है?
ऑस्ट्रिया भारत से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिकल उपकरण, मशीनरी, परमाणु रिएक्टर, बॉयलर, रेलवे, वाहन, फुटवियर और इससे जुड़े अन्य सामान, बिना सिले कपड़े, सिले हुए कपड़े, ऑर्गेनिक केमिकल, आयरन और स्टील, कांच और कांच के बने सामान, कालीन, कपास, नमक, सल्फर, मिट्टी, पत्थर, प्लास्टर, चूना, सीमेंट, तांबा, विमान, अंतरिक्ष यान, चिकित्सा उपकरण, खाने योग्य फल, मेवे, खट्टे फल के छिलके और खरबूजे।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.