देश में आज जहां भीषण ट्रेन हादसा हुआ, वहीं भीषण लैंडस्लाइड भी हुआ है। केरल के वायनाड जिले में मेप्पडी के पास हादसा हुआ। भारी बारिश के कारण पहाड़ दरक गए और ऊपर से पानी के साथ भारी मलबा आया, जिसके नीचे तलहटी में रहने वाले लोग दब गए। हादसे में अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 2 बच्चे शामिल हैं। 70 से ज्यादा लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान
बता दें कि भूस्खलन होने की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री को फोन किया। उनसे हालातों और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने भूस्खलन में मरने वाले लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। घोषणा के अनुसार, भूस्खलन में मरने वाले लोगों के परिजनों के 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
2 घंटे में 2 बार दरके पहाड़ और आया मलबा
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने भूस्खलन होने की पुष्टि की। NDRF की टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं।भारतीय वायुसेना के 2 हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं। भूस्खलन सुबह के करीब 2 बजे हुआ, जब लोग नींद के आगोश में थे। इसके बाद 4 बजे के करीब फिर से मलबा आया। 16 लोगों रेस्क्यू किया जा चुका है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हेल्पलाइन नंबर जारी, कंट्रोल रूम स्थापित
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन खुद रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने जिले के पुलिस, प्रशासन और अस्पताल अधिकारियों को सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि वायनाड में बीते 24 घंटे से भारी बारिश हो रही थी, जिसके कारण आज सुबह लैंडस्लाइड हो गया।
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। NDRF की टीमों को रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगाया है। इंडियन एयरफोर्स के 2 हेलीकॉप्टर MI-17 और ALH मलबे में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर रहे हैं। इमरजेंसी के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 पर लोग कॉल कर सकते हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने भी हादसास्थल पर कंट्रोल रूम बना लिया है।