पटना। बिहार बोर्ड की मैट्रिक वार्षिक परीक्षा-2025 सोमवार से शुरू हो रही है। 25 फरवरी तक चलने वाली मैट्रिक परीक्षा को लेकर राज्यभर में 1677 केंद्र बनाये गए हैं। इस बार परीक्षा में 15.85 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। इनमें 7.67 लाख छात्र और 8.18 लाख छात्राएं शामिल हैं।
परीक्षा दो पाली में होगी। पहले दिन मातृभाषा (हिंदी/उर्दू/बंगला/मैथिली) विषय की परीक्षा होगी। पहली पाली सुबह 930 से 1245 बजे तक और दूसरी पाली दो बजे से 515 बजे तक होगी। परीक्षा प्रारंभ होने के आधा घंटा पहले परीक्षा केन्द्र का मुख्य द्वार बंद होगा।
63 केंद्रों पर 47956 परीक्षार्थी आज से देंगे परीक्षा
भागलपुर जिले के 63 केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा सोमवार से शुरू होगी। परीक्षा के बेहतर और सुनियोजित तरीके से संचालन को लेकर जिला शिक्षा विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। इस बार परीक्षा में जिलेभर से कुल 47 हजार 956 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें 25 हजार 129 छात्राएं हैं, जबकि 22 हजार 827 छात्र शामिल हैं। वहीं जिलेभर के 33 केंद्रों पर छात्राएं और 30 केंद्रों में छात्र परीक्षा में शामिल होंगे।
परीक्षा का समापन 25 फरवरी को होगा। पहले दिन दोनों पाली में मातृभाषा (हिंदी-उर्दू-बंगला व मैथिली) विषय की परीक्षा होगी। इस बाबत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) नितेश कुमार ने बताया कि परीक्षा के संचालन को लेकर विभागीय तैयारी पूरी कर ली गई है। केंद्राधीक्षकों को शांतिपूर्ण तथा कदाचारमुक्त माहौल में परीक्षा संचालन का निर्देश दिया गया है।
जिले के चार आदर्श केंद्रों पर परीक्षा देंगी छात्राएं
इस बार जिले में चार आदर्श केंद्र बनाए गए हैं। यहां सिर्फ छात्राएं ही परीक्षा देंगी। साथ ही इन केंद्रों पर परीक्षा संचालन के लिए सिर्फ महिला वीक्षकों को ही लगाया गया है। तीन आदर्श केंद्र भागलपुर में हैं, जबकि एक कहलगांव में। इनमें भागलपुर में श्याम सुंदर विद्या निकेतन, सीसी बालिका उच्च विद्यालय तथा एसएम बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। वहीं कहलगांव में इंटर स्तरीय सर सहाय विद्यालय को आदर्श केंद्र बनाया गया है। इन आदर्श केंद्रों पर छात्राओं के लिए रेड कार्पेट बिछाए गए हैं। जबकि छात्राओं का स्वागत फूल बरसाकर और माथे पर तिलक लगाकर किया जाएगा। इसके अलावा उनका मुंह भी मीठा कराया जाएगा। इस बाबत एसएम बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका डॉ. सुनीता कुमारी ने बताया कि छात्राओं को तनावमुक्त रखने के लिए स्कूलों को बेहतर तरीके से सजाया गया है। जबकि परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने से पहले से पहले उन्हें तिलक लगाकर और उनका मुंह मीठा कराकर प्रवेश कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि आदर्श केंद्रों पर परीक्षार्थी सकारात्मक माहौल में परीक्षा दे सकें, इसकी पूरी कोशिश की जाएगी।