कोलकाता। कोलकाता में आरजीकर कॉलेज में बर्बरतापूर्ण तरीके से ट्रेनी महिला डॉक्टर की जान लेने के खिलाफ प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सीनियर डॉक्टर भी जूनियर डॉकटरों के प्रदर्शन के समर्थन में उतर आए हैं। डॉक्टर पीड़िता के लिए न्याय के साथ ही डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
कोलकाता में डॉक्टरों का प्रदर्शन बढ़ता ही जा रहा है। अभी तक तो जूनियर डॉक्टर ही प्रदर्शन में बैठे थे। अब इस प्रदर्शन में सीनियर डॉक्टर भी एकजुट हो गए हैं। अपना विरोध जताते हुए कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के करीब पचास सीनियर डॉक्टरों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 8 अक्टूबर को आरजीकर मेडिकल कॉलेज में कई डिपार्टमेंट और उनके हेड्स की बैठक हुई। इस बैठक में डॉक्टरों ने इस सामूहिक इस्तीफे का फैसला लिया। अपने इस फैसले पर बात करते हुए एक सीनियर डॉक्टर ने कहा कि ‘जूनियर डॉक्टर्स एक मकसद के लिए अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं। हम उनके साथ मजबूती से खड़े हैं और यही संदेश देने के लिए हमने इस्तीफे दिए हैं।’
बता दें कि ममता सरकार से अपनी 9 मांगों को लेकर अड़े छह जूनियर डॉक्टर चार दिन से अनिश्चितकालीन अनशन पर है। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का आरोप है कि मामले में सीबीआई की जांच ढीली है। ममता सरकार डॉक्टरों को सुरक्षा देने में सफल नहीं रही।
प्रदर्शन पर बैठे एक डॉक्टर ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम किसी बाहरी दबाव में झुकने वाले नहीं हैं। विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। वहीं डॉक्टरों के इस प्रदर्शन के बीच सीबीआई ने मामले में अपनी पहली चार्जशीट दाखिल कर दी है। अपनी जांच के बाद सीबीआई इस नतीजे पर पहुंची है कि संजय रॉय ने घटना को अकेले अंजाम दिया था। ये घटना 9 अगस्त की है लेकिन मामले में कार्रवाई अबतक पूरी नहीं हुई है लेकिन डॉक्टरों के रवैये से साफ़ हो गया है कि वो न्याय लेकर रहेंगे।