भाद्रमास के कौशिकी अमावस्या और भाद्र मास की दूसरी सोमवारी को गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लगभग 50 हजार कांवरिया कांवर लेकर अजगैवीनाथ धाम से बाबाधाम के लिए प्रस्थान किए।
पंडितों ने बताया कि कौशिकी अमावस्या एवं सोमवारी दोनों ही दिन शिव एवं सती पूजन के लिए खास माना जाता है। व्रत करने से साधक को दोगुना फल की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से पूजा एवं व्रत करने से भगवान शिव माता पार्वती के साथ-साथ विष्णु जी के भी आशीर्वाद की प्राप्ति भक्तों को होती है।
तीन हजार कांवरियों का समूह सुल्तानगंज के लिए रवाना
घोघा घोघा से तीन हजार कांवरियों का समूह सुल्तानगंज के लिए रवाना हुआ। सोमवार को घोघा स्टेशन पर पर देर रात तक कांवरियों की भीड़ लगी रही। स्थानीय विजय पटेल, पवन, मुनेश्वर आदि कांवरियों ने बताया कि प्रत्येक साल की तरह इस बार भी अमावस्या के अवसर पर हमलोग देवघर के लिए सफर पर निकले है।