भागलपुर सहित पूरे बिहार में बुधवार को 54 लोग डूब गए। इनमें से 45 की मौत हो गई। अधिक मौतें जिउतियां के दौरान नदी, तालाब, आहर और पइन में स्नान के दौरान हुई। मरने वालों में अधिकतर बच्चियां हैं। सबसे ज्यादा आठ मौतें औरंगाबाद में हुई।
मृतकों में तीन भागलपुर व एक मुंगेर का भी है। नाथनगर में चमन कुमार सिंह, हर्ष कुमार, नारायणपुर में मासूम आर्यन और मुंगेर में मो.अरमान की मौत हो गई। वहीं गोपालपुर का अमन लापता है। बिहटा में सोन नदी मे स्नान के दौरान महिला और तीन किशोरियां तेज धारा में बह गईं। इनमें एक किशोरी की जान चली गई। तीन अन्य लापता हैं।
सारण में पांच बच्चों की मौत
कैमूर में 7 लोगों की मौत डूबने से हुई है। वहीं, सारण में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में जिउतिया पर्व पर पांच बच्चों की डूबकर मौत हो गयी। भोजपुर में 3, गोपालगंज व सीवान में 2-2 और बेगूसराय, हाजीपुर, बक्सर और जहानाबाद में एक-एक की मौत हुई। उत्तर बिहार में बुधवार को नदी व तालाबों में नहाने के दौरान 10 लोग डूब गए। इनमें सात बच्चों समेत नौ लोगों की मौत हो गई।
औरंगाबाद जिउतिया पर नहाने गए 8 बच्चों की जान गई
औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले में जिउतिया का त्योहार मातम में बदल गया। बारुण और मदनपुर प्रखंड में व्रतियों के साथ गांव के तालाब में नहाने गए नौ बच्चे-बच्चियां डूब गईं। इनमें से आठ की मौत हो गई। बारुण थाना क्षेत्र के ईटहट गांव में तालाब में पांच बच्चियां डूब गईां इनमें से चार की मौत हो गई, जबकि एक बच्ची को बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसडीपीओ ने बताया कि मामले की सूचना पर पुलिस टीम को भेजा गया है।