कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश में दर्जनों शिक्षकों पर कार्रवाई की गई थी. इन्हें बर्खास्त कर दिया गया था. साथ ही शिक्षा विभाग ने पूर्व में भुगतान की गई सैलरी वसूलने का भी आदेश जारी किया है. अब बिहार से भी कुछ ऐसी ही खबर सामने आ रही है. बिहार शिक्षा विभाग 576 शिक्षकों को बर्खास्त करने की कार्रवाई कर सकता है. दरअसल, ये सभी शिक्षक कई महीनों से स्कूल नहीं आ रहे हैं. ये सभी टीचर संबंधित स्कूलों में योगदान नहीं दे रहे हैं. ऐसे में इन सभी शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार लटकने लगी है.
दरअसल, बिहार के शिक्षा विभाग के मॉनिटरिंग सेल ने एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेशभर के विभिन्न स्कूलों में तैनात 576 शिक्षक कई महीनों से विद्यालयों से गायब हैं. वे स्कूल ही नहीं आ रहे हैं. इससे एक तरफ जहां पठन-पाठन का कार्य बाधित हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार को भी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है. अब इसको लेकर सरकार सख्त कार्रवाई करने के मूड में है. सरकार अब रियायत नहीं बरतना चाहती है. महीनों से अनुपस्थित चल रहे शिक्षकों की वजह से छात्रों का भविष्य भी प्रभावित हो रहा है.
मॉनिटरिंग सेल की रिपोर्ट
बिहार शिक्षा विभाग के मॉनिटरिंग सेल की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है. रिपोर्ट में विभिन्न जिलों के 576 शिक्षकों के महीनों से स्कूल से गायब होने की बात सामने आई है. मतलब ये सभी टीचर महीनों से स्कूल ही नहीं आ रहे हैं. अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इन सभी शिक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा रही है. साथ ही इनकी सैलरी रोकने का भी कदम उठाया जा रहा है. ताज्जुब की बात यह है कि पटना जिले में भी 53 टीचर्स का कोई अतापता नहीं है. इनके खिलाफ कार्रवाई भी तय है.
शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा
बिहार में परीक्षा कोई भी हो फर्जीवाड़ा होने की आशंका हमेशा बनी रहती है. फिर चाहे वो बीपीएससी द्वारा ली गई परीक्षा ही क्यों न हो. बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति में एक के बाद एक कई मुन्ना भाई गिरफ्तार हो चुके हैं. भागलपुर से शिक्षक नियुक्ति में हेराफेरी का बड़ा मामला उजागर हुआ है. मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों से भी ऐसी खबरें सामने आई हैं.