पटना (बिहार): जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि बिहार में 60 प्रतिशत आबादी भूमिहीन है और सरकार को उन्हें जमीन उपलब्ध करानी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में भूमिहीनों की संख्या देश के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में सबसे अधिक है।
“भूमि सर्वेक्षण समय की मांग”
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “बिहार में 60 प्रतिशत लोग भूमिहीन हैं, जबकि दलित समुदाय में यह आंकड़ा 86 प्रतिशत तक पहुंच जाता है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि भूमिहीनों को न्याय दिलाने और उनके विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए भूमि सर्वेक्षण बेहद जरूरी है। किशोर ने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो राज्य में व्यापक भूमि सर्वेक्षण कराया जाएगा।
“भूमिहीनों को मिलेगा हक”
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि उनकी योजना के तहत भूमि वितरण के लिए किसी की जमीन जबरन नहीं छीनी जाएगी। उनका लक्ष्य है कि भूमिहीनों की संख्या को 20 से 25 प्रतिशत तक कम किया जाए।
उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि बिहार के हर नागरिक को विकास की मुख्यधारा में लाया जाए। भूमि स्वामित्व का अधिकार गरीबों और दलितों के सामाजिक सशक्तिकरण के लिए अनिवार्य है।”
राज्य में सबसे बड़ी समस्या
विशेषज्ञों के अनुसार, बिहार में भूमिहीनता एक पुरानी सामाजिक और आर्थिक चुनौती रही है, जिसने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे क्षेत्रों में भी विकास को प्रभावित किया है। प्रशांत किशोर के इस मुद्दे पर फोकस को आगामी विधानसभा चुनाव में एक अहम एजेंडा माना जा रहा है।