छठ पूजा साल में 17 नवंबर से लेकर 20 नवंबर चलने वाली है। इस क्रम में पहला दिन यानी नहाय-खाय 17 नवंबर को था। जिसके बाद आज यानी 18 नवंबर को छठ पूजा का खरना है। इस दिन व्रती महिलाएं शाम से समय प्रसाद के तौर पर गुड़ का खीर बनाती हैं। जिसे पूजन के बाद स्वयं ग्रहण करती हैं और फिर उस प्रसाद को घर के अन्य सदस्य ग्रहण करते हैं। खरना पूजा में कुछ चीजों का होना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि खरना पूजा में किन चीजों को शामिल करना शुभ रहेगा। कच्चा केला छठ व्रत की शुरुआत नहाय-खास के साथ होती है। ऐसे में व्रत शुरू होने से पहले ही भक्त कच्चा केला खरीद लेते हैं। फिर उसे छठी मैया को अर्पित करने के लिए पकाया जाता है। डाभ नींबू यह नींबू अन्य नींबू से बड़ा होता है। इसकी शुद्धता को देखते हुए इसका इस्तेमाल छठ पर्व में किया जाता है। नारियल मान्यतानुसार, नारियल छठी मैया को बेहद प्रिय है। यही वजह है कि छठ पर्व में बहुतायत इसका इस्तेमाल किया जाता है। गन्ना गन्ना को छठ पूजा का प्रमुख प्रसाद माना जाता है। डाला पूजा के दौरान गन्ने का इस्तेमाल किया जाता है। छठ पूजा में तीन पत्ते वाले गन्ने का इस्तेमाल किया जाता है। सुपाड़ी किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में सुपारी का इस्तेमाल किया जाता है। छठ पर्व में भी व्रत का संकल्प करने के लिए सुपारी का प्रयोग किया जाता है। सुथनी सुथनी शकरकंद की प्रजाति का होता है, जिसे मिट्टी के अंदर से निकाला जाता है। इसकी शुद्धता को ध्यान में रखकर ही छठि मैया को इसका भोग लगाया जाता है। सिंघाड़ा सिंघाड़ा को जल-फल के तौर पर माना जाता है। इसकी उत्पत्ति जल से होती है। छठ पर्व में छठी मैया को अर्पित करने के लिए लोग इसका इस्तेमाल होता है। पूजन के बाद इसे प्रसाद के तौर पर लोगों के बीच बांटा जाता है। Click to share on Twitter (Opens in new window)Click to share on Facebook (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Click to share on WhatsApp (Opens in new window) Related Post navigation Chhath Puja 2023: छठ पूजा में महिलाएं क्यों लगाती हैं भखरा सिंदूर? जानें धार्मिक मान्यता बिहार के इस जेल में मुस्लिम कैदी समेत 17 बंदी कर रहे छठ, 8 सालों से मुस्लिम कैदी करती है छठ पूजा