‘13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएं’ झारखंड ट्रेन एक्सीडेंट पर लालू का तंज, बोले- चलते-फिरते ताबूत बन गए हैं रेल के डिब्बे
झारखंड के चक्रधरपुर के राजखरसावां-बडाबांबो स्टेशन के बीच हुए 12810 मुंबई मेल हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं। देश में लगातार हो रहे रेल हादसों पर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। रोहिणी आचार्य के बाद अब उनके पिता लालू प्रसाद ने भी झारखंड रेल हादसे को लेकर सरकार पर हमला बोला है।
दरअसल, देश में लगातार हो रहे रेल हादसों ने विपक्ष को बैठे बिठाए बड़ा मुद्दा दे दिया है। लाख कोशिशों के बावजूद रेलवे हादसों को रोकने में विफल साबित हो रही है। लगातार हो रहे रेल हादसों में लोगों की असमय ही जान जा रही है। इसको लेकर रेलवे और केंद्र सरकार पर विपक्ष हमलावर है। झारखंड में हुए रेल हादसे के बाद अब इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है।
पूर्व रेल मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने तीखा तंज किया है। लालू ने एक्स पर लिखा, “13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएँ! नियमित होती रेल दुर्घटनाएँ बेहद चिंताजनक है। सरकार ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था के मूलभूत कदम भी नहीं उठा रही है। भारतीय रेलवे इतनी असुरक्षित हो चुकी है कि ट्रेनों पर चढ़ने से पहले यात्री प्रार्थना करते हैं कि यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा ना हो। रेल के डिब्बे आज चलते फिरते ताबूत बनकर रह गए हैं”।
13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएँ!
नियमित होती रेल दुर्घटनाएँ बेहद चिंताजनक है। सरकार ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था के मूलभूत कदम भी नहीं उठा रही है।
भारतीय रेलवे इतनी असुरक्षित हो चुकी है कि ट्रेनों पर चढ़ने से पहले यात्री प्रार्थना करते हैं कि यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा ना हो।…
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) July 30, 2024
लालू प्रसाद से पहले उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि, “न तो पुल-पुलिया-सडकों के धंसने-टूटने व दरकने का सिलसिला थम रहा है और ना ही दुःखद रेल-दुर्घटनाओं का. जान-माल की क्षति निरंतर जारी है. पिछले दस सालों से देश की बागडोर जिन लोगों के हाथों में है, उन लोगों को इन सब की तनिक भी परवाह नहीं है, कोरी बयानबाजी की आड़ में भ्रष्टाचार ही इनके शासन का सार है”।
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