मिजोरम के साथ-साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले फेज की वोटिंग आज मंगलवार (7 नवंबर) संपन्न हो गई. दोनों राज्यों में मतदाताओं ने वोटिंग में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. मिजोरम (Mizoram) की 40 सीटों पर तो छत्तीसगढ़ की 90 में से 20 सीटों पर मतदात हुआ है. छत्तीसगढ़ की 70 सीटों पर दूसरे और अंतिम चरण की वोटिंग 17 नवंबर को होगी.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक मिजोरम में 75.68 फीसदी वोटिंग हुई तो नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में 70.87 फीसदी वोट पड़े. हालांकि फाइनल आंकड़ा आना बाकी है. पिछली बार छत्तीसगढ़ में यह आंकड़ा 77 फीसदी रिकॉर्ड किया गया था. इन चुनावों में किसको कितना नफा नुकसान होने वाला है, यह 3 दिसंबर को आने वाले नतीजों के बाद ही साफ होगा.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा की बात करें तो यहां वोटरों को बिना किसी डर और भय के खुलकर वोट करते देखा गया. यहां से लोकतंत्र की बेहद ही खूबसूरत तस्वीर सामने आई हैं. इस क्षेत्र को नक्सलियों को बड़ा गढ़ माना जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक एक बूथ पर मतदाताओं का स्वागत फूल मालाओं से किया गया. यहां लोग वोटिंग के लिए लंबी कतार में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए.
दिलचस्प बात तो यह रही कि पुरूष मतदाताओं के साथ महिलाओं में भी मतदान करने का गजब उत्साह देखा गया. पोलिंग बूथ पर सुबह से ही महिला वोटरों का आना शुरू हो गया और बूथों पर इनकी लंबी कतार लग गई. लोकतंत्र के पर्व पर पुरूष, महिला और युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग महिला मतदाताओं में भी जोश देखने को मिला. उम्र के बंधन को पीछे छोड़ते हुए बुजुर्ग महिलाएं भी बड़ी तादाद में अपने मत का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्र पहुंचीं.
बुजुर्ग महिलाओं में भी वोटिंग को दिखा गजब उत्साह
जगदलपुर के एक पोलिंग बूथ पर वोटरों की लंबी लाइन लगी हुई दिखाई दी. यहां पर बुजुर्ग महिलाएं अपनी-अपनी बारी का इंतजार करती देखीं. साथ ही वे वोटिंग को लेकर काफी उत्साहित दिखीं.
प्रदेश के 20 सीटों में से 12 एसटी आरक्षित
प्रदेश की जिन 20 सीटों पर मंगलवार (7 नवंबर) को मतदान हुआ, उनमें से 12 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षति हैं. इन सीटों पर कुल 223 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जोकि अबईवीएम में कैद हो गई. उनकी किस्मत का फैसला 3 दिसंबर को होगा.