आपने देखा होगा कि बहुत से लोग अपने घर के दरवाजे पर या घर मंदिर में या फिर कार और दूसरी गाड़ियों पर 9 रंग के कागज और कपड़े से बने पताके टांगते हैं। ये केवल सुंदरता और आकर्षण बढ़ाने या फैशन के लिए नहीं होता है। हिन्दू धर्म में इसका गहरा धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व है। नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि त्योहार में देवी दुर्गा के नौ विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान भी 9 दिनों में 9 रंगों के वस्त्र धारण कर देवी मां की पूजा का विशेष अर्थ है। आइए जानते हैं, नवरात्रि के किस दिन किस रंग के कपड़े पहनकर पूजा करने से देवी मां प्रसन्न होंगी और इसका क्या महत्व है?
नवरात्रि के 9 दिन और 9 रंग
नवरात्रि के दौरान रंगों का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह भक्तों को देवी के विभिन्न रूपों के साथ जोड़ता है। प्रत्येक रंग देवी के एक विशेष गुण को दर्शाता है और भक्तों को उस गुण को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है। बता दें, प्रत्येक रंग का अपना एक अलग अर्थ और महत्व होता है। माना जाता है कि इन रंगों को धारण करने से देवी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नवरात्रि के 9 दिनों में 9 रंगों से देवी मां के 9 स्वरूपों की पूजा का शास्त्रीय विधान इस प्रकार है:
पहला दिन: 3 अक्टूबर, 2024
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप मां शैलपुत्री की पूजा होती है। 3 अक्टूबर को गुरुवार का दिन होने के कारण पीले रंग के वस्त्र धारणकर देवी मां की पूजा से लाभ होगा। पीला रंग आशा और प्रसन्नता का प्रतीक है।
दूसरा दिन: 4 अक्टूबर, 2024
4 अक्टूबर को देवी मां के दूसरे दिव्य रूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा हरे रंग के वस्त्र पहन करें। हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है और विकास, उर्वरता, शान्ति और स्थिरता की भावना उत्पन्न करता है। मान्यता है कि शुक्रवार को हरे रंग के कपड़े पहनकर देवी मां की पूजा जीवन में एक नई शुभ शुरुआत कर सकता है।
तीसरा दिन: 5 अक्टूबर, 2024
नवरात्रि के तीसरे दिन यानी शनिवार 5 अक्टूबर को माता रानी के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की आराधना स्लेटी रंग के कपड़े पहन कर करने से व्यक्ति न केवल व्यावहारिक बनता है बल्कि उसका स्वभाव भी सहज और सरल हो जाता है।
चौथा दिन: 6 अक्टूबर, 2024
रविवार 6 अक्टूबर को देवी दुर्गा के चौथे दिव्य रूप मां कुष्माण्डा की पूजा नारंगी रंग के वस्त्र धारण कर करें। इससे जीवन में स्फूर्ति और उल्लास बढ़ता है। साथ ही आत्मविश्वास और मनोबल में दृढ़ता आती है।
पांचवां दिन: 7 अक्टूबर, 2024
सोमवार 7 अक्टूबर को देवी मां की कृपा पाने के लिए उनके पंचम दिव्य रूप स्कंदमाता की आराधना सफेद वस्त्र धारणकर करें। यह रंग मन को शांत रखता है।
छठा दिन: 8 अक्टूबर, 2024
मंगलवार 8 अक्टूबर को देवी मां के छठे दिव्य रूप मां कात्यायिनी की पूजा लाल रंग के वस्त्र पहन करें और माता को भी लाल चुनरी अर्पित करें। इससे जीवन में नई शक्ति और साहस का संचार होता है।
सातवां दिन: 9 अक्टूबर, 2024
नवरात्रि के तीसरे दिन यानी बुधवार 8 अक्टूबर को माता रानी के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की आराधना गहरे नीले के कपड़े पहन कर करने से व्यक्ति को अतुलनीय आनन्द की अनुभूति होती है। इससे जीवन समृद्धि के साथ शांति भी मिलती है।
आठवां दिन: 10 अक्टूबर, 2024
बृहस्पतिवार 10 अक्टूबर को गुलाबी रंग के वस्त्र धारण कर देवी मां के आठवें दिव्य रूप मां महागौरी की पूजा करने से व्यक्तित्व में आकर्षण पैदा होता है। घर की सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
नौवां दिन: 11 अक्टूबर, 2024
नवरात्रि के नवें और अंतिम दिन देवी दुर्गा एक दिव्य रूप मां सिद्धिदात्री की आराधना बैंगनी रंग से करने पर देवी मां की कृपया से जीवन में भव्यता और राजसी ठाट-बाट में बढ़ोतरी होती है।
बता दें, रंगों का मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी होता है। विभिन्न रंग हमारे मन पर अलग-अलग प्रभाव डालते हैं। उदाहरण के लिए, लाल रंग उत्साह और ऊर्जा बढ़ाता है, जबकि नीला रंग शांत और शांत महसूस कराता है। नवरात्रि के दौरान रंगों को धारण करने से भक्तों के मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वे अधिक उत्साहित और ऊर्जावान महसूस करते हैं।