कोलकता ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के विरोध सड़क पर उतरे बिहार के डॉक्टर, हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था ठप
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या मामले में देशभर में चिकित्सकों के बीच आक्रोश का माहौल है. इसका असर बिहार में भी दिखने लगा है. राजधानी पटना में 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटना एम्स के डॉक्टरों ने कोलकाता में मेडिकल कॉलेज में हुए महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की कड़ी निंदा की है. इस घटना को लेकर चिकित्सक शांतिपूर्ण तरीके से काला बिल्ला बांधकर विरोध जता रहे हैं. शुक्रवार को पूरे बिहार में डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं।
बिहार में डॉक्टरों की हड़ताल: डॉक्टर गुरुवार से ही विरोध जता रहे हैं. ध्वजारोहण के बाद घटना को लेकर मोमबत्ती जलाकर महिला ट्रेनी डॉक्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस घटना को लेकर न्याय की मांग की है. इस घटना को लेकर सभी डॉक्टर चाहते हैं कि सीबीआई पूरे मामले की जांच करें और वारदात के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. घटना के विरोध में बिहार के अस्पतालों में डॉक्टरों ने शुक्रवार को हड़ताल के साथ ओपीडी सेवा का बहिष्कार कर दिया है।
एम्स पटना ने निकाली विरोध रैली: स्वतंत्रता दिवस पर एम्स पटना में निदेशक, उपनिदेशक प्रशासन, डीन, संकाय, रेजीडेंट, छात्र, नर्स और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के साथ विरोध रैली निकाली गई. मार्च का आयोजन आरडीए, एम्स पटना संकाय संघ (एफएएपी), नर्सिंग यूनियन और एम्स पटना छात्र संघ (एपीएसए) द्वारा किया गया था।
पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों का वॉकआउट: इस घटना के विरोध में पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने भी गुरुवार देर रात को अस्पताल परिसर में कैंडल मार्च निकाला. जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि वो इमरजेंसी कार्य का भी बहिष्कार कर रहे हैं. बंगाल में चिकित्सकों के ऊपर हमला किया जा रहा है और वह लोग चिकित्सकों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.