तीसरी बार सुल्तानगंज अगुवानी पुल के ढहने पर सीएम नीतीश पर बरसे तेजस्वी यादव, सरकार की कार्यशैली पर उठाया सवाल
तीसरी बार सुल्तानगंज अगुवानी पुल के ढहने की खबरों पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को बिहार की नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जब पहली बार पुल टूटा था, तब तय हुआ था कि पुल को तोड़कर फिर से बनाया जाए. जब हमारी सरकार थी तब पुल टूटने के कारणों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी और उसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होनी थी. लेकिन अब स्थिति है कि नीतीश कुमार के राज में लगातार छोटे पुल और बड़े पुल टूट रहे हैं. इस तरह की कई घटनाएं सामने आ रही हैं. जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. कमेटी की रिपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण है. अब किसी को भरोसा नहीं है कि पुल बनेगा या नहीं. मुझे नहीं लगता कि पुल टूटने के मामले में सरकार की तरफ से अब तक कोई समीक्षा बैठक हुई है.
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के 15 अगस्त को गांधी मैदान में दिए भाषण पर कहा कि वह हमारे अभिभावक हैं. 15 अगस्त में जो उन्होंने कहा मंच से तो कोई प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री इस तरीके का भाषण स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर नहीं देता है. लेकिन अगर इसे उनको खुशी मिलती है तो बोलने दीजिए वह हमारे अभिभावक हैं. दरअसल, सीएम नीतीश ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में लालू परिवार को बिहार के विकास में बाधक होने को लेकर टिप्पणी की थी.
इस बीच, गंगा नदी पर खगड़िया और भागलपुर को जोड़ने के लिए अगुवानी घाट और सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन पुल के एक हिस्से के शनिवार को तीसरी बार गिरने की खबरों के बाद बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड का प्रेस रिलीज आया है. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने बताया है कि शनिवार को जो हिस्सा गिरा है वह पुल के पहले से क्षतिग्रस्त हुए भाग का ही हिस्सा है. इसे हटाया जा रहा था, इसी दौरान गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण आज क्षतिग्रस्त होकर गिरा है. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने इसे पुल के हिस्से के फिर से गिरने से इनकार किया है. साथ ही कहा कि पुल की पिछली दुर्घटना के पश्चात् इस पुल पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं कराया जा रहा है.
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