निवेशकों को न्योता देकर समिट में नहीं पहुंचे बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी… इंतजार करते रह गए अंबानी, अडानी, टाटा ग्रुप, तेजस्वी ने घेरा
बिहार में उद्योग और निवेश को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार लगातार प्रयासरत है. लेकिन बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के निवेशकों के समिट में नहीं पहुंचने से अब वे आलोचना में घिर गए हैं. बिहार में निवेश लाने के लिए मुम्बई में 13 सितम्बर को समिट का आयोजन हुआ. इसमें डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को जाना था लेकिन वे कार्यक्रम में नहीं गए. निवेश समिट में आने वाली कम्पनियों को बताया गया था कि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी उन्हें बिहार में निवेश के बेहतर माहौल और राज्य सरकार की नीतियों की जानकारी देंगे. ऐसे में अंबानी, अडानी, टाटा ग्रुप जैसी प्रमुख कम्पनियों के प्रतिनिधि समिट में आए लेकिन डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी नहीं आए. इतना ही नहीं कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल और बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा मौजूद रहे.
हैरानी की बात रही कि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मुंबई में निवेश समिट छोड़कर पटना में सीएम नीतीश के साथ एक कार्यक्रम में मौजूद दिखे. ऐसे में अब राजद ने सम्राट चौधरी को निशाने पर लिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पार्टी राजद ने सोशल मिडिया पर एक पोस्ट में लिखा है -‘ मुंबई में निवेशकों को न्योता देकर समिट में नहीं पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, तय प्रोग्राम को कैंसिल किया,100 कंपनियां आईं, कोई MoU नहीं हुआ! ये लाएँगे बिहार में निवेश? इसके उलट महागठबंधन सरकार में श्री तेजस्वी यादव जी की उपस्थिति में ₹50,530 करोड़ के MoU साइन हुए थे। उद्योग मंत्रालय राजद के पास था।’
दरअसल, दिसंबर में होने वाले निवेशक सम्मेलन से पहले उद्योग चैंबर सीआईआई के एक कार्यक्रम का आयोजन मुम्बई में हुआ. इसी में सम्राट चौधरी को जाना था. उन्हें 13 सितम्बर को मुम्बई रहना था और 14 सितम्बर यानी शनिवार को बिहार लौटना था. लेकिन वे किन कारणों से नहीं गए इसे लेकर उनकी ओर कुछ नहीं कहा गया है. हालांकि निवेश समिट में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश और बेहतर कानून व्यवस्था के कारण बिहार का विकास हो रहा है. सीएम नीतीश कुमार ने बिहार की छवि बदल दी है. उन्होंने जमीनी हकीकत और राज्य की छवि को पूरी तरह बदलकर ‘बिहार की सूरत बदलने’ का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया. आगे गोयल ने कहा, ‘बिहार उन छिपे हुए रत्नों में है, जिससे दुनिया अनजान है’. उन्होंने उद्योग जगत से जल्द ही बिहार जाने और इस अवसर से न चूकने का आह्वान किया.
पीयूष गोयल कहा कि बीजेपी समर्थित नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने उद्योग जगत के लिए बिहार की अपार संभावनाओं को खोला है और भरोसा जताया कि मुंबई के निवेशक राज्य में निवेश करना पसंद करेंगे. भारत के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले राज्य बिहार में युवा आबादी सहित कई फायदे हैं. वहीं समिट में बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने भी निवेशकों को बिहार में आने और यहां निवेश करने के लिए बेहतर माहौल का जिक्र किया.
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