बिहार में जहरीली शराब से 35 मौतें, सिवान और सारण में 73 की हालत गंभीर
बिहार के छपरा जिले के धर्मेन्द्र साह ने अकेले जहरीली शराब नहीं पी थी. सिवान और छपरा के अस्पतालों में मंगलवार रात से जहरीली शराब का सेवन करने वाले बीमार लोगों की संख्या बढ़ती चली गई. लगातार एंबुलेंस के सायरन की आवाज, पुलिस की गाड़ियां और परिजन खुद घायलों लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. यह सिलसिला मंगलवार रात से जारी है. कई मरीजों की आंखों की रोशनी जली गई. मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है.
बिहार में जहरीली शराब का तांडव
बिहार के सिवान और सारण जिलों में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अब तक 35 लोगों की मौत की खबर है. सिवान और सारण जिला प्रशासन मे अब तक 25 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है, जिनमें सिवान के 20 और सारण के 5 मृतक शामिल हैं. इस बीच मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घटना स्थल पर जाकर जांच के लिए कहा है.
‘ब्राहिमपुर का रहनेवाला हूं, वहीं से खरीद कर मंगलवार रात को मैंने शराब पी थी. बुधवार सुबह 10:30 बजे से तबीयत बिगड़ने लगी आंख से धुंधला दिखाई देने लगा..”
‘जहरीली शराब पी थी’
वहीं एक और मृतक शिवजी ठाकुर के भतीजे ने बताया कि ”मंगलवार को चाचा ने जहरीली शराब पी थी. बुधवार सुबह जब सोकर उठा तो उन्होंने कहा कि कुछ दिखाई नहीं दे रहा है. इसके बाद उनको सीएचसी मशरख में भर्ती कराया गया. वहां से सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां पहुंचे तो रास्ते में उनकी मौत हो गई.”
2 पुलिसकर्मी सस्पेंड, SIT गठित
जहरीली शराब से मौतों की जांच के लिए सारण जिला प्रशासन द्वारा एसआईटी का गठन किया गया है. वहीं छपरा में जहरीली शराब कांड में मशरख थाने के एसआई रामनाथ झा और चौकीदार महेश राय को सस्पेंड कर दिया है. जबकि कार्य में लापरवाही बरतने के लिए मशरख थानाध्यक्ष और एएलटीएफ प्रभारी को नोटिस जारी किया गया है. मामले में सारण पुलिस ने अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है.
सिवान में जहरीली शराब से 25 मौत, 63 भर्ती
सिवान और छपरा अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, अब तक सिवान से 63 और सारण जिले में 10 लोगों की स्थिति नाजुक है, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. सिवान सदर अस्पताल में मृतकों की संख्या लगाता बढ़ती जा रही है, जबकि अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर 63 हो गई है. कई लोगों को पटना पीएमसीएच रेफर किया गया है.
”25 लोगों को मंगलवार रात इलाज के लिए सिवार सदर अस्पताल लागाय गया था. जिनमें 11 की मौत हो गई, मरने वालों में 8 छपरा निवासी थे. कुछ लोगों की पटना पीएमसीएच में हुई. 9 शवों का पोस्टमार्टम 16 अक्टूबर की रात को कराया गया थ. अब तक 20 शवों को पोस्टमार्टम कराया जा चुका है.”– अमितेश कुमार, एसपी, सिवान
कहां से शुरू हुआ जहरीली शराब का तांडव
बताया जाता है कि सिवान जिले के भगवानपुर हाट के मेले में स्प्रिट से बनी शराब बेची गई थी. लोगों ने यहीं शराब पी थी और जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला शुरू हो गया. सिवान के जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता के मुताबिक मंगलवार की शाम को सिवान के भगवानपुर हाट में कौड़िया पंचायत वैश्य टोली गांव में कई लोगों में उल्टी, पेट दर्द और सिरदर्द जैसे लक्षण के बाद सभी को भगवानपुर पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र) में भर्ती कराया गया.
”हालत बिगड़ने पर सभी लोगों को सिवान सदर अस्पताल लाया गया. कई लोगों को बेहतर इलाज के लिए पटना के PMCH रेफर कर दिया गया हैं. सिवान सदर अस्पताल में इलाज के दौरान चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें अरविंद सिंह (40), मुन्ना कुमार (32), रामेंद्र सिंह (30) और संतोष साहनी (35) शामिल है. कुछ लोगों का इलाज चल रहा है, और कई को पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया है.” – मुकुल कुमार गुप्ता, जिलाधिकारी, सिवान
लगातार बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
स्थानीय प्रशासन की मानें तो पीड़ितों ने मंगलवार शाम जहरीला पेय पदार्थ का सेवन किया था. जिसके बाद रात के करीब 9 बजे सभी लोगों में लक्षण दिखने लगे. कई लोगों ने पेट दर्द, उल्टी और सिरदर्द की शिकायत की. जिसके बाद सभी को स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया. इसके बाद मंगलवार रात को अरविंद सिंह की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद मौक का आंकड़ां लगातार बढ़ता गया. बुधवार सुबह चार लोगों के शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचे.
परिजनों का दावा- जहरीली शराब से मौत
इस बीच सिवान और सारण के स्थानीय लोगों का दावा है कि जहरीली पीने से मौत हुई है. वहीं सिवान जिला मजिस्ट्रेट की मानें तो ”अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं. पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. हमारी प्राथमिकता है कि पीड़ितों को तत्काल इलाज मिले.”
सारण में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत
दूसरी तरफ मंगलवार शाम सारण जिले में जहरीली शराब से दो लोगों की मौत की खबर आई. मृतक की पहचान मशरख के ब्राहिमपुर काइया टोला निवासी इस्लामुद्दीन और शमशाद अंसारी के रूप में हुई. इसके बाद बुधवार रात मशरख के पिलखी निवासी प्रदीप शाह और गंडामन धर्म सती के रहने वाले शिव जी ठाकुर की मौत हो गई. सारण प्रशासन ने पांच लोगों की मौत की पुष्टि की है. जबकि मौत का आंकड़ा 10 पहुंच गया है और कई लोगों का छपरा सदर अस्पताल में इलाज जारी है.
सारण जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया,”सारण में अब तक 31 लोग बीमार है. 12 का सीएचसी में इलाज चल रहा था, जो ठीक होकर घर चले गए है. जबकि 19 लोगों को छपरा रेफर किया गया है. कुछ लोगों को पटना पीएमसीएच रेफर किया गया है. अब तक 5 लोगों की मौत हुई है. हमम लोगों को वहां से जो शराब मिली है, उसका लैब टेस्ट करवाया गया है. उसमें 80 परसेंट मिथाइल अल्कोहल पाई गई है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी घातक होती है.
कई लोगों की आंखों की रोशनी गई
पोस्टममार्टम के बाद दोनों का शव परिजनों को सौंप दिया गया है. वहीं जहरीली शराब पीने से चार लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है, जिसके बाद सभी को छपरा सदर अस्पताल लाया गया है. जिनकी आंखों की रोशनी गई है, उनमें इब्राहिमपुर के ठाकुर द्वारका नंद मुरारी, बिशनपुरा के सरोज, कुदरिया के हीरालाल करण और बिशनपुरा के अजीत शामिल हैं. बेहतर इलाज के लिए सात लोगों को पटना पीएमसीएच रेफर किया गया है.
कहां से आई शराब, क्या बोले सारण एसपी?
सारण एसपी कुमार आशीष ने बताया कि ”सारण और सिवान जिले के बॉर्डर इलाके में घटना हुई है. पूछताछ में वहां (भगवानपुर) के लोगों का नाम सामने आया है, जहां से लोगों ने जहरीली शराब खरीदी थी. सबकी शिनाख्त कर छापेमारी की जा रही है. पहली प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है.”
”मंगलवार की शाम तीन लोगों के बारे में शराब पीने की जानकारी मिली, तबीयत बिगड़ने पर सभी को छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना की जांच की जा रही हैं.” – कुमार आशीष, एसपी, सारण
जहरीली शराब से मौतों पर क्या बोले मंत्री?
बिहार में जहरीली शराब से मौत के बीच मद्य निषेद मंत्री रत्नेश सदा ने घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रह है. बिहार में शराबबंदी पर लोगों को जागरूक करने की जररूत है. मंत्री ने कहा है कि शराब माफियाओं पर लगान लगाने के लिए सीसीए लाया जाएगा. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात होगी और सरकार आगे की कार्रवाई करेगी.
”दोषियों पर कारवाई हो रही है, कहीं कोई प्रशासनिक फेलियर नहीं है. समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत है. लोग समझें कि शराब पीना गलत है. चोरी-छिपे लोग कच्चा स्प्रिट पी रहे हैं, जो गलत है. शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए सीसीए लाएगी सरकार.”– रत्नेश सदा, मद्य निषेद मंत्री, बिहार सरकार
पुलिस और माफियाओं की मिलीभगत – तेजस्वी
वहीं बिहार में जहरीली शराब से मौत पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरा है. उनहोंने कहा कि, बिहार में कथित शराबबंदी है, लेकिन सत्ताधारी नेताओं-पुलिस और माफिया के गठजोड़ के कारण हर चौक-चौराहों पर शराब उपलब्ध है.
”इतने लोग मारे गए लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक-संवेदना तक व्यक्त नहीं की. जहरीली शराब से, अपराध से प्रतिदिन सैकड़ों बिहारवासी मारे जाते हैं लेकिन अनैतिक और सिद्धांतहीन राजनीति के मुख्यमंत्री और उनकी किचन कैबिनेट के लिए यह सामान्य बात है.”– तेजस्वी यादव, नेता, आरजेडी
नीतीश का DGP को आदेश, कहा- खुद जाएं
इधर घटना के बाद सियासी बवाल मचा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मद्य निषेध, उत्पाद और निबंधन विभाग के अधिकारियों को घटना स्थल पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को भी निर्देश दिया और कहा कि घटनास्थल पर जाएं और जांच करें. साथ ही पूरे घटनाक्रम पर नजर रखें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. मुख्यमंत्री ने बिहारवासियों से अपील भी की.
”शराब पीना बुरी बात है, यह लोगों को समझना चाहिए. शराब पीने से न सिर्फ स्वास्थ्य खराब होता है, बल्कि परिवार और समाज में अशांति उत्पन्न होती है. राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है. सभी लोग इसका पालन करें.”– नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
जहरीली शराब से मौत, क्या बोले DGP?
बिहार के डीजीपी आलोक राज ने बताया कि ”अब तक जहरीला पेय पदार्थ पीने से 24 लोगों की मौत हुई है. सिवान जिले में 20, जबकि सारण में 4 लोगों की मौत की सूचना है. इलाके के एसपी और डीआईजी कैंप कर रहे हैं और संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.”
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