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उत्तर बिहार में स्मार्ट मीटर से बंपर कमाई, 1 दिन में 10.83 करोड़ का ऑनलाइन रिचार्ज

ByKumar Aditya

अक्टूबर 19, 2024
Smart Prepaid Meter

पटना: बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर आम लोगों के बीच विवाद चला आ रहा है. वहीं राजनीतिक दल भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर हैं. आरजेडी कांग्रेस और वामपंथी दल स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन स्मार्ट मीटर को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. इस बार इसकी 1 दिन की कमाई करोड़ों में हुई है.

1 दिन में स्मार्ट मीटर से बंपर कमाई

नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक डॉ निलेश रामचंद्र देवरे ने सोशल साइट एक्स पर बताया कि 16 अक्टूबर को कंपनी ने काफी अच्छी कमाई की है. उत्तर बिहार के अंदर वाले जिलों के 383143 उपभोक्ताओं ने 10.83 करोड़ का प्रीपेड रिचार्ज किया. 16 अक्टूबर को उत्तर बिहार बिजली वितरण कंपनी ने एक दिन में स्मार्ट मीटर रिचार्ज से 10.83 करोड़ की कमाई करके अपने ही पहले के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए.

“इस बार कंपनी ने अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 10.83 करोड़ की कमाई की है. इससे पहले इस कंपनी ने 2024 में ही 18 सितंबर को 7.58 करोड़ की एक दिन की कमाई का रिकॉर्ड बनाया था.”- डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे, प्रबंध निदेशक, एनबीपीडीसीएल

2.73 करोड़ की रोजाना कमाई

नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की अक्टूबर महीने में रोजाना औसत कमाई 2.73 करोड़ के आसपास हो रही है. नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अंतर्गत बिहार के 21 जिले आते हैं. इन 21 जिलों को 29 डिवीजन में बांटा गया है. जो इस तरह है – अररिया – I, बाघा, बैरगनिया, बरौली , बरौनी , बारसोई, बेगुसराय , बेतिया , छपरा , दरभंगा , फारबिसगंज, गोगरी , गोपालगंज, हाजीपुर , कटिहार , खगड़िया , महनार बाजार, मोतिहारी, नरकटियागंज, पूर्णिया, रामनगर, रेवेलगंज, समस्तीपुर, सीतामढी, सीवान, सोनपुर, सुगौली, किशनगंज, मधेपुरा, रक्सौल.

बिहार में स्मार्ट मीटर के नाम पर सियासत

बिहार में प्रीपेड स्मार्ट मीटर के नाम पर लगातार सियासत हो रही है. इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल इस मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे हैं. आगामी बिहार विधानसभा के चुनाव को लेकर विपक्षी दल इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने की तैयारी कर रहे हैं.

वहीं ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच भी इसको लेकर भ्रांतियां हैं. इसी को देखते हुए सरकार ने सभी जिलाधिकारी को लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया है. खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसको लेकर अधिकारियों को लोगों के बीच जाकर उनके मन में जो शंका है उसे खत्म करने का निर्देश दे चुके हैं.