भागलपुर : लोदीपुर में छोटे ने बड़े भाई की गोली मार कर की हत्या
भागलपुर। लोदीपुर में रविवार को जमीन विवाद में नीरज कुमार मेहता (49 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोप सगे भाई पर लगा है। गोली लगने के बाद परिजन नीरज को मायागंज अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने एक घंटे तक हंगामा किया।
परिजन अस्पताल से शव लेकर डीएम आवास तक पहुंच गए। पुलिस ने समझा-बुझाकर लोगों को शव के साथ मायागंज अस्पताल लाया। मृतक के साले आनंद कुमार सिंह ने बताया कि उनके जीजा करवाचौथ का प्रसाद खाने के लिए बैठे ही थे कि उनके छोटे भाई ने आकर गोली मार दी। बहन मंजू देवी नीचे गोतनी के पास प्रसाद खाने के लिए गई हुई थी। सिटी एसपी के रामदास ने कहा कि घटना को लेकर जांच की जा रही है। एफएसएल की टीम व अन्य एसएचओ हर पहलू को देख रहे हैं।
लोदीपुर के नीरज की हत्या के बाद अस्पताल में अचानक माहौल बिगड़ गया। देखते ही देखते माहौल इतना बिगड़ा कि आक्रोशित लोगों को शांत कराने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स को उतारना पड़ा।
दरअसल, नीरज को गोली लगने की सूचना पर काफी संख्या में परिजन और आसपास के लोग अस्पताल में इकट्ठे हो गए। इसमें उनके मंझले भाई भी था। भावावेश में उन्होंने अस्पताल में पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठया। आरोप है कि इसपर वहां मौजूद एक पुलिसकर्मी ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। इससे लोग भड़क गए और शव के साथ बवाल करने लगे। शव को लेकर डीएम और एसएसपी आवास जाने लगे। बड़ी मशक्कत के बाद भीड़ को सुधा डेयरी के पास रोका गया। अस्पताल में मौजूद परिजनों का आरोप था कि शाम में ही भाई ने गोली मारने की धमकी दी थी। नीरज की पत्नी ने लोदीपुर थाने में फोन कर इस बात की सूचना भी दी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। स्वयं नीरज की पत्नी ने अस्पताल में यह बात कही। इसी बात को लेकर परिजन आक्रोशित थे। परिजनों का आरोप है कि वे लोग जब शव को लेकर आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे तो एक पुलिसकर्मी ने मारपीट की। इसके बाद लोगों को गुस्सा भड़क गया। शव को दोबारा ले जाने लगे। कड़ी मशक्कत के बाद मामला शांत हुआ।
आरोपी को कुछ दिन पहले ही पटना हाईकोर्ट से मिली थी जमानत
लोदीपुर थाना क्षेत्र में रविवार को जमीन विवाद में नीरज कुमार मेहता की गोली मारकर हत्या के बाद हड़कंप की स्थिति है। आरोप सगे भाई पर ही लगा है। परिजनों ने बताया कि मृतक के ऊपर 29 जून को भी आरोपी ने गोलीबारी की थी। इस मामले में कुछ दिन पहले ही आरोपी को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। इसके बाद वह जान से मारने की धमकी भी देने लगा था। रविवार की देर शाम को भी आरोपी ने गोली मार देने की धमकी दी थी।
घटना को अंजाम देकर बुलेट से हो गया फरार
आरोपी ने एक गोली सीने में मार कर उनके मरने का कुछ सेकेंड तक इंतजार किया। जब उसे लगा कि गोली लगने से मौत हो गई है तो बुलेट से फरार हो गया। परिजनों ने बताया कि आरोपी के साथ उसका पुत्र भी था।
मंझले भाई पर भी किया था हमले का प्रयास
परिजनों ने आरोप लगाया है कि नीरज की हत्या करने के बाद मंझले भाई पर भी गोली चलाने के लिए दौड़ा था। लेकिन वह किसी तरह से जान बचाने के लिए कमरे में बंद हो गया। लोगों की भीड़ जुटने के बाद वह कमरे से बाहर निकला।
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