इंडो-लैटिन अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स और वीपीवीवी टेक्नो कंस्ट्रक्शन के बीच हुआ ऐतिहासिक समझौता, 2047 तक भारत को विकसित बनाने में महत्वपूर्ण योगदान
इंडो-लैटिन अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएलएसीसी) और वीपीवीवी टेक्नो कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जो 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर का यह समझौता बड़े पैमाने पर भारत में औद्योगिक विनिर्माण सहित निवेश पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा। इसके तहत कॉरिडोर विकास कार्यक्रम,सेमीकंडक्टर मिशन, राष्ट्रीय रसद नीति, उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना, मेक इन इंडिया और मेड फ्रॉम इंडिया और कई अन्य पहलें रक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।
समझौते के हस्ताक्षर समारोह में आवास और शहरी मंत्रालय के राज्य मंत्री, तोखन साहू ने भाग लिया। इसके साथ ही इसमें सेशेल्स के उच्चायुक्त लालटियाना एकौचे, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के उच्चायुक्त मोरिल एनसिलु,जकारिया ट्रोरे भी शामिल रहे। लैटिन अमेरिकी और उत्तरी अमेरिकी हितधारक देश के महत्वाकांक्षी विकास लक्ष्यों का समर्थन करने में गहरी रुचि दिखा रहे हैं। यह समझौता न केवल भारत और लैटिन अमेरिकी क्षेत्र के बीच संबंधों को गहरा करेगा बल्कि भारत और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओ के बीच भविष्य के आर्थिक सहयोग के लिए एक रणनीतिक पुल के रूप में भी काम करेगा।
इंडो-लैटिन अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएलएसीसी) के अध्यक्ष राज कुमार शर्मा ने कहा “आज का समझौता केवल एक वित्तीय प्रतिबद्धता नहीं है। यह भारत के विकास लक्ष्यों के प्रति हमारे समर्पण को मजबूत करने वाला एक रणनीतिक पहल है। हमें भारत की रक्षा और बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए वीपीवीवी टेक्नो कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के साथ साझेदारी करने पर अविश्वसनीय रूप से गर्व है। हमारे संयुक्त प्रयासों से 2047 तक विकसित भारत बनने की दिशा में देश की प्रगति में उल्लेखनीय तेजी आएगी।”
यह समझौता भारत में महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक दीर्घकालिक साझेदारी की शुरुआत का प्रतीक है। यह ILAC और VPVV टेक्नो कं स्ट्रक्शन के बीच एक साझा दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है, जहां दोनों संगठन वैश्विक पावरहाउस बननेकी भारत की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस साझेदारी से तकनीकी विकास और रोजगार बढ़ने और अतिरिक्त विदेशी निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है। ये सभी भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और 2047 तक विकसित भारत के मिशन की ओर बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। वीपीवीवी टेक्नो कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष वेंकिता वेंकट ने उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “यह साझेदारी दोनों संगठनों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वीपीवीवी टेक्नोकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने भारत के भविष्य में गहराई से निवेश किया है और इस समझौते के माध्यम से हमारा लक्ष्य देश की बुनियादी ढांचे और रक्षा क्षमताओ का समर्थन करना है। हमें विश्वास है कि हमारे संयुक्त प्रयास भारत को वैश्विक नेता बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।”
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.