पटना के शेल्टर होम में तीन लड़कियों की मौत का मामला, जांच कमेटी ने DM को सौंपी रिपोर्ट
पटना के शास्त्रीनगर इलाके में स्थित आसरा गृह शेल्टर होम में कथित फूड प्वाइजनिंग से तीन लड़कियों की मौत की जांच कर रही कमेटी ने अपनी रिपोर्ट डीएम चंद्रशेखर सिंह को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने सप्लायर और शेल्टर होम की सुपरिटेंडेंट के खिलाफ बड़ा एक्शन ले लिया है।
दरअसल, शास्त्रीनगर स्थित आसरा गृह शेल्टर होम में कथित फूड प्वाइजनिंग से पिछले दिनों तीन लड़कियों की मौत हो गई थी जबकि 10 को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। आसरा शेल्टर होम के तीन लड़कियों की मौत के बाद प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मच गया था और डीएम चंद्रशेखर सिंह ने जांच के आदेश जारी कर दिए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 7 नवंबर को शेल्टर होम में करीब 30 लोगों ने खाना खाया था। खिचड़ी खाने के बाद सभी की तबीयत बिगड़ने लगी थी। उल्टी और दस्त की शिकायत के बाद सभी को प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान 7 नवंबर को ही एक की मौत हो गई थी जबकि दूसरे की इलाज के दौरान 10 नवंबर को मौत हो गई वहीं 12 वर्षीय तीसरी लड़की की मौत बीते बुधवार की शाम पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में हो गई थी।
पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके जांच के आदेश दे दिए थे। एसडीएम स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई थी। डीएम ने कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही थी। कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया है कि शेल्टर होम में बच्चियों को खिलाई गई खाद्य सामग्री में गड़बड़ी थी, जो खाना परोसा गया वह खाने योग्य नहीं था।
डीएम ने बताया कि जांच में यह पाया गया कि बच्चियों को खिलाई जाने वाले मसाले सही नहीं थे। आश्रय गृह में मसाले सप्लायर पर प्राथमिक दर्ज की गई है और उसे ब्लैक लिस्ट भी किया जा रहा है। साफ सफाई और देखभाल की कमी में अधीक्षका का दोषी पाई गई हैं। घटना के समय अधीक्षिका अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित थीं। अधीक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
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