महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आज, महायुति और महाविकास अघाड़ी ने जताई जीत की उम्मीद
महाराष्ट्र में हुए कड़े चुनावी मुकाबले के नतीजे आज शनिवार सामने आएंगे। सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) दोनों ने अपनी-अपनी जीत का भरोसा जताया है। इस चुनाव के नतीजे का लंबे समय तक असर रहने वाला है खासकर उन दलों पर जिनमें हाल ही में टूट हुई है।
मतगणना आज सुबह 8 बजे से शुरू होगी और शुरुआती रुझान दो घंटे के भीतर आने की उम्मीद है। महायुति (बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी) और एमवीए (कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी)) के बीच कड़े मुकाबला की सम्भावना है।
288 सदस्यीय वाली महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 20 नवंबर (बुधवार) को मतदान हुआ था जिसमें 66.05% वोटिंग दर्ज की गई। यह 2019 के विधानसभा चुनाव में दर्ज 61% मतदान से अधिक है। दोनों गठबंधन बढ़े हुए मतदान प्रतिशत को अपने पक्ष में समर्थन मान रहे हैं।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी एस. चोकलिंगम ने बढ़ी हुई वोटिंग के लिए चुनाव आयोग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “इस बार चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र पर विशेष ध्यान दिया है। हर रणनीति को बारीकी से लागू किया गया। मतदान प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम हुआ, खासकर मुंबई जैसे स्थानों पर। महायुति गठबंधन में बीजेपी 148 सीटों पर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना 80 सीटों पर और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी 52 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि एमवीए गठबंधन में कांग्रेस 102 सीटों पर, शिवसेना (यूबीटी) 96 सीटों पर और एनसीपी (एसपी) 86 सीटों पर चुनावी मैदान में है।
अधिकांश एग्जिट पोल महायुति की जीत का संकेत दे रहे हैं, हालांकि कुछ ने इसे करीबी मुकाबला बताया है। बीजेपी महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वाला गठबंधन जनता के बीच अलोकप्रिय हो चुका है। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने एमवीए के 160-165 सीटें जीतने का दावा किया।
2019 के चुनाव में बीजेपी ने 105, शिवसेना (तब एकजुट) ने 56, एनसीपी ने 54, कांग्रेस ने 44 और अन्य ने 29 सीटें जीती थीं। इस बार के नतीजे खासतौर पर एनसीपी और शिवसेना के लिए अहम हैं, क्योंकि दोनों दलों में विभाजन हुआ है।
उद्धव ठाकरे ने 2022 में अपनी पार्टी में विभाजन के कारण मुख्यमंत्री पद खो दिया था और वह इस चुनाव के जरिए अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं।
एनसीपी में अजीत पवार ने जुलाई 2023 में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होकर उपमुख्यमंत्री का पद संभाला, जबकि उनके चाचा शरद पवार ने अपने गुट (एनसीपी-एसपी) के साथ अलग चुनाव लड़ा।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के अलावा झारखंड विधानसभा चुनाव और 48 विधानसभा व 2 लोकसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे भी कल घोषित किए जाएंगे।
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