भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) में नौकरी का झांसा देकर एक युवक से 14 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। उसे भरोसा दिलाने के लिए शातिरों ने फर्जी नियुक्ति पत्र और सर्विस बुक भी दी। इतना ही नहीं, शातिर युवक को कटिहार, पूर्णिया और चतरा ले गए और फर्जी प्रशिक्षण भी कराया। युवक को ठगी का अहसास तब हुआ, जब उसे वेतन नहीं मिला। इसके बाद उसने साइबर थाने में शिकायत की। अब पुलिस केस दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला?
मूल रूप से भागलपुर निवासी कृष्ण कुमार वर्तमान में बुद्धा कालोनी क्षेत्र में रहता है। 12वीं की पढ़ाई करने के बाद उसे नौकरी की तलाश थी। कई जगह प्रयास किए, लेकिन सफल नहीं हुआ। फिर ऑनलाइन जॉब की तलाश में जुट गया। तभी किसी ने उसे एक वेबसाइट के बारे में जानकारी दी।
बताया कि एफसीआइ की वेबसाइट को सर्च करें। वहां उसे दो मोबाइल नंबर मिले। नंबर पर संपर्क किया तो सियाराम नाम युवक उसके संपर्क में आया। उसने एफसीआइ में नौकरी लगवाने की बात कही और चंपारण के एक युवक से संपर्क कराया।
झांसा देकर कर ली 14 लाख की ठगी
फिर नौकरी लगवाने के बदले 14 लाख रुपये ऐंठ लिए। रुपये लेने के बाद पीड़ित के पते और मोबाइल पर फर्जी नियुक्ति पत्र और ट्रेनिंग लेटर भेजा। इसके बाद उसे प्रशिक्षण के नाम पर कभी पूर्णिया, कटिहार तो कभी चतरा भेज कर झांसे में रखा।
जब तीन माह तक वेतन नहीं मिला, तब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ। उसने चंपारण के युवक से संपर्क कर रुपये लौटाने को कहा तो वह धमकी देने लगा। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई।
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