“आगे आकर केंद्र की योजनाओं का लाभ उठाएं महिलाएं”, ‘क्रेडिट आउटरीच” कार्यक्रम में बोलीं निर्मला सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं से आगे आने और केंद्रीय योजनाओं का लाभ उठाने का शनिवार को आग्रह किया ताकि वे अधिक सक्षम और सशक्त बन सकें। सीतारमण मधुबनी में आयोजित ‘क्रेडिट आउटरीच’ कार्यक्रम में बोल रही थीं, जहां विभिन्न बैंकों द्वारा 50,294 लाभार्थियों को 1,121 करोड़ रुपये के ऋण प्रदान किए गए। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि देश के हर गांव में एक ‘लखपति दीदी’ होनी चाहिए…और इसके लिए बैंकों ने महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।”
सीतारमण ने कहा, ‘‘बिहार में प्रत्येक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के माध्यम से महिलाओं को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मैं महिलाओं से आग्रह करती हूं कि वे केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का हिस्सा बनें… ताकि वे अधिक सक्षम और सशक्त बन सकें।” उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री का मानना है कि भारत के विकास का नेतृत्व महिलाओं को करना चाहिए। राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार का लक्ष्य स्पष्ट है…गरीब, महिला, युवा और किसान सरकार की शीर्ष चार प्राथमिकताएं हैं। प्रधानमंत्री बिहार का उदाहरण देते हैं और कहते हैं कि अन्य राज्यों को भी विकास और वृद्धि के उसी रास्ते पर चलना चाहिए।”
कार्यक्रम के दौरान सीतारमण ने लोगों को मैथिली और संस्कृत भाषा में संविधान की प्रतियां भी वितरित कीं। उन्होंने मधुबनी के सौराठ क्षेत्र में मिथिला चित्रकला संस्थान का दौरा किया और मिथिला चित्रकला और टेराकोटा कला में विशेषज्ञता रखने वाले कलाकारों से बातचीत की। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने विभिन्न ग्रामीण सड़क परियोजनाओं के लिए क्रमश: 155.84 करोड़ रुपये और 75.52 लाख रुपये से अधिक की मंजूरी की घोषणा की है।
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