एसटीएफ ने मुठभेड़ में बैंक लुटेरा अजय को मार गिराया
पटना। एक दर्जन बैंक डकैती कांड को अंजाम देने वाला वांटेड अजय कुमार उर्फ काका शुक्रवार की रात साढ़े नौ बजे एसटीएफ के साथ हुए मुठभेड़ में मारा गया। वह मूल रूप से सारण जिले के रिविलगंज थानांतर्गत नटवर सेमरिया गांव का रहने वाला था। अजय पर सारण के अलावा भोजपुर में भी कई मामले दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ के इंस्पेक्टर दिवाकर को बांह में गोली लगी है। वे खतरे से बाहर हैं।
एसटीएफ को यह सूचना मिली थी कि अजय जक्कनपुर थानांतर्गत संजय नगर रोड नंबर 10 स्थित एक मकान में किराये पर रह रहा है। इस सूचना के बाद एसटीएफ की टीम दल-बल के साथ मौके पर पहुंची। एसटीएफ जैसे ही मकान के पहले तल्ले पर पहुंची अपराधी ने फायरिंग शुरू कर दी। यह देख टीम का नेतृत्व कर रहे एसटीएफ के इंस्पेक्टर और अन्य जवानों ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की।
इस दौरान एसटीएफ की ओर से चली गोली अपराधी को जा लगी जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा। जबकि, बैंक लुटेरे की एक गोली इंस्पेक्टर दिवाकर के बुलेटप्रेफ में लगी और दूसरी उनके बांह में लगते हुये निकल गई। बाद में एसटीएफ के जवान घायल इंस्पेक्टर को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे। जबकि, लुटेरे को एनएमसीएच में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान डकैत की मौत हो गई।
ऐसे हुआ ऑपरेशन
एसटीएफ के जवानों ने उस मकान को चारों ओर से घेर लिया जिसमें अपराधी के छिपे होने की सूचना थी। इसके बाद एसटीएफ के कुछ जवान घर के मुख्य दरवाजे पर खड़े हो गये। जबकि, इंस्पेक्टर सहित चार जवान पहले तल्ले पर पहुंचे। इसी जगह कमरे में अजय व उसके दो साथी मौजूद थे। एसटीएफ को देखते ही अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। अजय के दो साथी मौके से भाग निकले। जबकि, वह कमरे से ही फायरिंग करने लगा। एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई की। गौरतलब है कि अजय ने हरियाणा में भी बैक लूट की बड़ी घटना को अंजाम दिया था। बीते वर्ष 2023 में इसने अरवल में एक्सिस बैंक में डाका डाला था। अजय पूर्व में निरंतक गिरोह के लिये काम करता था। निरंतक अभी पश्चिम बंगाल के जेल में बंद है। अभी अजय ने पास ही गिरोह की कमान थी।
इलाके में हड़कंप
पुलिस और लुटेरे के बीच हुए मुठभेड़ के दौरान कई राउंड गोलियां चलीं। इस दौरान आसपास के लोग यहां जमा हो गये। लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुये एसटीएफ के जवानों ने उन्हें अपने-अपने घरों में जाने को कहा। एसटीएफ के जवान सादे लिबास में बुलेट प्रूफ जैकेट पहने और हथियार के साथ मुस्तैद थे।
बैंक लुटेरा अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ अपराध की साजिश रच रहा था। पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने गई थी। लेकिन, अपराधियों ने पुलिस बल पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षार्थ गोलियां चलाईं। इसी दौरान अपराधी को गोली लगी। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं एसटीएफ के एक इंस्पेक्टर को भी गोली लगी है।
–राजीव मिश्रा, डीआईजी सह एसएसपी
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