कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने संविधान के 129वें संशोधन की वोटिंग पर उठाए सवाल, कहा- इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग हुई विफल
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भारतीय संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 को मंगलवार को लोकसभा में पेश कर दिया। इस विधेयक के पक्ष में 269 मत और विरोध में 198 मत पड़े। हालांकि, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में हुई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
गौरव गोगोई ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “मजेदार बात यह है कि 129वें संविधान संशोधन विधेयक को पेश करने के लिए मतदान के दौरान संसद में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग विफल हो गई। कई वोटों की गिनती नहीं की गई। अंत में कागजी वोटों से ही सही संख्या का पता चला।”
दरअसल, यह पहला अवसर था, जब नई लोकसभा कक्ष में स्वचालित मत रिकॉर्डिंग मशीन का उपयोग किया गया। इस विधेयक के लिए कुल 369 सांसदों ने अपने मत मशीन के माध्यम से दर्ज किए, जबकि शेष 92 मत पर्चियों के माध्यम से डाले गए। पर्चियों से डाले गए मतों में से 43 पक्ष में और 49 विरोध में थे।
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल के समर्थन में कुल 269 सांसदों ने वोटिंग की, तो वहीं इस बिल के खिलाफ 198 सांसदों ने मत दिया। इस बिल को स्वीकार कराने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से वोटिंग कराई गई।
कांग्रेस, सपा और एनसीपी ने इस बिल को जेपीसी के पास भेजे जाने की मांग की। बिल को अब विचार-विमर्श के लिए संसद की संयुक्त समिति के पास भेजा जाएगा।
बता दें कि लोकसभा में इस बिल को पेश किए जाने का कांग्रेस, टीएमसी, समाजवादी पार्टी, शिवसेना उद्धव गुट समेत कई विपक्षी दलों ने विरोध किया। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि जो एक साथ चार राज्यों में विधानसभा चुनाव नहीं करा पाए, वह पूरे देश में एक साथ चुनाव की बात करते हैं। वहीं, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि यह बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.