कैसे बनेगा सुल्तानगंज हवाई अड्डा ? सामने आई बड़ी परेशानी; अधिकारी ने लिखा पत्र
सुल्तानगंज में प्रस्तावित हवाई अड्डा की जमीन के ऊपर से उच्च विद्युत प्रवाहित तार गुजर रहा है। इस आशय की रिपोर्ट सहायक विद्युत अभियंता ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल शहरी के कार्यपालक अभियंता को भेजा है। प्रस्तावित नए हवाई अड्डा के निर्माण के लिए चिह्नित भूमि के अंतर्गत पूर्व व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
जिलाधिकारी ने विद्युत कार्यपालक अभियंता से विद्युत से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर भेजने का निर्देश दिया था। सहायक विद्युत अभियंता की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रस्तावित हवाई अड्डा की जमीन से होकर 11 केवी गनगनिया फीडर (कृषि) छह किलोमीटर तक गुजरा है।
पोल की लंबाई आठ मीटर व नौ मीटर है। एलटी लाइन सात किलोमीटर है। पोल की लंबाई आठ मीटर है। 11 केवी असरगंज फीडर (कृषि) चार किलोमीटर तक गुजरा है। पोल की लंबाई आठ मीटर व नौ मीटर है। एलटी लाइन छह किलोमीटर तक है।
पोल की लंबाई आठ मीटर है। 132 केवीए डबल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन (हवेली खड़गपुर-सुल्तानगंज) एक किलोमीटर तक गुजरा है। टावर की लंबाई लगभग 30 मीटर है। 132 केवीए सिंगल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन (सुल्तानगंज-तारापुर) एक किलोमीटर तक गुजरा है। टावर की लंबाई लगभग 30 मीटर है। 400 केवीए एनटीपीसी ट्रांसमिशन लाइन एक किलोमीटर तक गुजरा है। टावर की लंबाई लगभग 40 मीटर है।
हवाई अड्डा बनाने की प्रक्रिया
योजना और अध्ययन
साइट चयन: हवाई अड्डे के लिए उपयुक्त स्थल का चयन करना।
व्यवहार्यता अध्ययन: हवाई अड्डे की आवश्यकता, व्यावसायिक व्यवहार्यता, और पर्यावरणीय प्रभावों का अध्ययन करना।
प्रारंभिक योजना: हवाई अड्डे की प्रारंभिक योजना बनाना, जिसमें रनवे, टर्मिनल, और अन्य बुनियादी ढांचे का विवरण शामिल हो।
अनुमति और मंजूरी
सरकारी अनुमति: हवाई अड्डे के निर्माण के लिए सरकारी अनुमति प्राप्त करना।
पर्यावरणीय मंजूरी: पर्यावरणीय प्रभावों का मूल्यांकन करने और पर्यावरणीय मंजूरी प्राप्त करने के लिए।
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की मंजूरी: नागरिक उड्डयन प्राधिकरण से हवाई अड्डे के निर्माण और संचालन के लिए मंजूरी प्राप्त करना।
डिजाइन और निर्माण
विस्तृत योजना: हवाई अड्डे की विस्तृत योजना बनाना, जिसमें रनवे, टर्मिनल, और अन्य बुनियादी ढांचे का विवरण शामिल हो।
निर्माण: हवाई अड्डे का निर्माण करना, जिसमें रनवे, टर्मिनल, और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण शामिल हो।
परीक्षण और सत्यापन: हवाई अड्डे के निर्माण के बाद, इसका परीक्षण और सत्यापन करना ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सुरक्षित और कार्यक्षम है।
संचालन और रखरखाव
संचालन: हवाई अड्डे का संचालन करना, जिसमें विमानों की आवाजाही, यात्रियों की सेवा, और अन्य संचालन संबंधी कार्य शामिल हैं।
रखरखाव: हवाई अड्डे का रखरखाव करना, जिसमें रनवे, टर्मिनल, और अन्य बुनियादी ढांचे की मरम्मत और रखरखाव शामिल हो।
सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन: हवाई अड्डे पर सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन की व्यवस्था करना, जिसमें सुरक्षा बलों की तैनाती, आग बुझाने की व्यवस्था, और अन्य आपातकालीन प्रबंधन की व्यवस्था शामिल हो।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.