दोस्त अपनी दोस्ती निभाने के लिए जान तक कुर्बान कर देता है लेकिन 21वीं सदी में अब दोस्ती का रिश्ता कलंकित होना आम बात हो गई है। समय के साथ अब दोस्ती की परिभाषा भी बदली जा रही है। मोतिहारी में एक दोस्त ने ही भरोसे का कत्ल कर दिया। मोतिहारी में पिछले दिनों जमीन कारोबारी विवेक सिंह हत्याकांड (murder case of businessman Vivek Singh) का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
दरअसल, शहर के दो दोस्त विवेक कुमार सिंह और झुंना सिंह ने दोस्ती की मिसाल दी जाती थी। दोनों ने अपना कारोबार शुरू किया था और जमीन के कारोबार में बंपर पैसा भी कमाया था लेकिन एक दोस्त ने दोस्ती की परिभाषा बदलते हुए अपने दोस्त को बुलाकर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। मोतिहारी की रघुनाथपुर थाना इलाके की लक्ष्मीपुर इलाके में विवेक कुमार सिंह ने जमीन की रजिस्ट्री कराकर दोस्त झुना सिंह के साथ करोड़ों रुपए का माल बनाया लेकिन झुना सिंह ने विश्वास घात करते हुए शूटर के साथ मिलकर विवेक सिंह की हत्या करवा दी।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने जब एसआईटी का गठन किया और एसआईटी ने झुना पांडे और विवेक सिंह के अकाउंट को खंगाला तो कई चौंकाने वाले रहस्य सामने आए। दोनों के बीच में करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन होने के सबूत भी मिले हैं तो वही कई कारोबार में पार्टनरशिप होने और घंटे घंटे बात करने का भी सबूत मिले हैं। झुना सिंह और विवेक कुमार में पैसे के लेनदेन को लेकर काफी दिनों से हल्की नाराजगी भी सामने आ रही थी लेकिन हत्यारा झुंना सिंह ने विवेक को ठिकाने लगाने के लिए एक षड्यंत्र रचा।
झुना पांडेय ने विवेक सिंह को फोन किया और कहा कि उसकी गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया है। जब विवेक सिंह पेट्रोल लेकर लक्ष्मीपुर चौक पहुंचा, तभी विवेक सिंह के पास एक शख्स बाइक से आया और विवेक सिंह के गर्दन पर गोली चला दी। गोली लगते ही विवेक सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी।
एसपी स्वर्ण प्रभात खुद घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें एक हेलमेट दिखाई दिया। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी विश्लेषण करवाया तो सारी बातें स्पष्ट हो गई। झुंना सिंह हत्या करवाने के बाद शूटर के साथ एक ही गाड़ी पर बैठकर वहां से निकल गया, जिसकी सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। फिलहाल पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।