पूर्णिया में पिकअप वैन ने 12 को रौंदा, पांच की मौत
पूर्णिया।धमदाहा के ढोकवा गांव में नशे में एक चालक ने रविवार रात एक दर्जन लोगों को पिकअप वैन से कुचल दिया। इस घटना में एक महिला सहित पांच लोगों की जान चली गई। इसमें दो की मौके पर जबकि तीन लोगों की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत र्हुई।
घटनास्थल पर मरने वालों में ढोकवा गांव के 50 वर्षीय ज्योतिष ठाकुर,रमेश मुनि की पत्नी 45 वर्षीय संयुक्ता देवी शामिल हैं। देर रात उपचार के दौरान तीन और बच्चों छह वर्षीय अमरदीप, 11 वर्षीय अखिलेश और 11 वर्षीय मनीषा ने भी पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। घटना के बाद परिवार तथा गांव के लोगों ने सभी घायलों को अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय पूर्णिया भेज दिया है। सभी घायल ढोकवा गांव के ही रहने वाले हैं।
घायलों में शालू कुमारी, राजेश मुनि, अभिनंदन मुनि, पूनम देवी, निक्की देवी, ट्विंकल कुमारी, सुंदरम कुमार आदि शामिल हैं।
मामूली मारपीट के बाद मचाया मौत का तांडव
बदला लेने की सनक और नशे में गुस्से पर काबू न रखने का इतना बड़ा खामियाजा ढोकवा गांव के लोगों को भुगतना होगा, इसकी किसी ने कल्पना तक न की होगी। एक व्यक्तिगत प्रतिशोध ने रविवार रात दो बजे तक पांच लोगों की जानें ले ली थीं और पूर्णिया के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में सात-आठ लोग जिंदगी के लिए जूझ रहे थे। पिकअप चालक की इस हरकत को जिसने भी सुना उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। ठंड से बचने को घरों के सामने अलाव सेंक रहे लोगों को बेतहाशा पिकअप दौड़ाकर चालक रौंदता रहा, लोग भागते रहे।
इलाके में चर्चा रही कि इस दर्दनाक हादसे से करीब आधा घंटा पहले पिकअप चालक अपने बच्चों को गाड़ी में लेकर घुमाने के लिए धमदाहा बाजार गया था। धमदाहा बाजार से घूमकर वापस अपने गांव ढोकवा आते समय संयुक्ता देवी के घर के समीप बाइक पर सवार नशे में धुत उसके बेटे से साइड लेने को लेकर झड़प हो गई। संयुक्ता ही वह पहली महिला थीं जो पिकअप से कुचलकर जान गंवा बैठीं। तब उनके बेटे की बाइक पर तीन लोग और सवार थे। वे लोग गाली-गलौज करने लगे तो पिकअप चालक ने गाड़ी का शीशा बंद कर लिया और बच्चों के साथ अंदर ही बैठा रहा। इसी दौरान कुछ लोग बीच-बचाव करने आए तो पिकअप चालक ने जैसे ही गाड़ी का दरवाजा खोला संयुक्ता के बेटे व अन्य लोगों ने उसकी पिटाई कर दी।
इस घटना में उसके सिर पर चोट लगी और खून बहने लगा। उसके बाद आसपास के लोगों ने बीच-बचाव कर उसे पिकअप के साथ घर भेज दिया।
नशे में कहे अपशब्द
संयुक्ता के बेटे को भी शांत कर घर जाने के लिए लोगों ने कहा, लेकिन वह नहीं गया। इसी बीच नशे में उसने दूसरी तरफ से आ रही पिकअप चालक की पत्नी एवं मां को देखकर अपशब्द कहे और जान से मारने की बात करने लगा। यह बात जैसे ही पिकअप चालक के कान तक पहुंची, वह पिकअप को तेज रफ्तार के साथ ऐसे दौड़ाते हुए आया कि मानो अंधा हो गया हो। उसकी पिकअप के सामने जो भी आया, उसे कुचल दिया।
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