बिहार के हेडमास्टर का अजब का कारनामा, रिश्वत नहीं देने पर शिक्षकों को कार्यालय में किया ‘Lock’
बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ भले विभाग को दुरुस्त करने की दिन रात कोशिश कर रहे हैं लेकिन बिहार के शिक्षक हैं कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और शिक्षा विभाग की फजीहत कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शिक्षकों का ताजा कारनामा गोपालगंज से सामने आया है, जहां एक हेडमास्टर ने शिक्षकों को सिर्फ इसलिए क्लासरूम में लॉक कर दिया कि, उन्होंने रिश्वत देने से इनकार कर दिया था।
शिक्षकों को कमरे बंद करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में शिक्षकों का आरोप है कि संपत्ति का ब्योरा विभाग को भेजने के नाम पर हेडमास्टर के द्वारा पांच-पांच सौ रुपये घूस की मांग की जा रही थी। शिक्षकों के द्वारा जब रिश्वत देने से इनकार कर दिया तो हेडमास्टर ने कुर्सी से उठकर विरोध कर रहे सभी शिक्षकों को अपने कार्यालय में बंद कर ताला लगा दिया।
कमरे में बंद शिक्षकों के द्वारा शोर मचाने पर पहुंचे ग्रामीणों ने ताला खुलवाकर बाहर निकाला। पूरा मामला गोपालगंज के थावे प्रखंड के रामचंद्रपुर मिडिल स्कूल का बताया जा है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद से शिक्षा विभाग एक्शन में आ गया है और दोषी हेडमास्टर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बताया जाता है कि मिडिल स्कूल रामचंद्रपुर में कार्यरत कुछ नियमित शिक्षकों की संपत्ति का ब्योरा शिक्षा विभाग को भेजना था। इसके लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक संजीव शंकर प्रसाद ने सभी शिक्षकों से कहा था कि पांच-पांच सौ देने होंगे। शिक्षकों ने पैसे देने से इनकार कर दिया। इस बात को लेकर प्रधानाध्यापक और शिक्षकों में जमकर बहस हुई। इसका वीडियो भी सामने आया है हालांकि फर्स्ट बिहार वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग के स्थापना के डीपीओ मो. जमालुद्दीन ने बताया कि हेडमास्टर संजीव कुमार पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में थावे के बीईओ को जांच का आदेश दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।
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