Bihar

फोन करते रहे चिराग, नीतीश ने नहीं की बात: LJP के दही-चूड़ा भोज में खेल से JDU में भारी नाराजगी

केंद्रीय मंत्री और एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष  चिराग पासवान के दही-चूड़ा भोज में मंगलवार को हुए वाकये के बाद बिहार के सियासी गलियारे में भारी गर्मी फैल गयी है. दरअसल, मकर संक्राति के मौके पर हुए इस भोज में ऐसी घटना हुई जिसकी उम्मीद नहीं थी. इस घटना के बाद जेडीयू में भारी बेचैनी है. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि आज दिन में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से बात करने के लिए सीएम हाउस में टेलीफोन लगाया लेकिन मुख्यमंत्री ने बात नहीं की.जेडीयू सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला ले लिया है.

बता दें कि एलजेपी(रामविलास) को नीतीश कुमार की मेहरबानी से पटना में ऑफिस के लिए सरकारी बंगला मिला है. इस बंगले में पहले पशुपति कुमार पारस की पार्टी चलती थी, लेकिन राज्य सरकार ने पारस से बंगला खाली करा कर उसे चिराग पासवान को सौंप दिया है. इसी सरकारी बंगले में मकर संक्राति के मौके पर चिराग पासवान की ओर से दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया था.

चिराग ही नहीं बल्कि जीजा भी गायब

चिराग पासवान और उनकी पार्टी ने इस भोज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को न्योता दिया था. नीतीश कुमार को न्योता देने के लिए चिराग पासवान के सांसद जीजा अरूण भारती की अगुवाई में उनकी पार्टी के नेताओं की पूरी टीम सीएम हाउस पहुंची थी. आज यानि मंगलवार को नीतीश कुमार एलजेपी (रामविलास) के दही-चूड़ा भोज में पहुंच गये लेकिन चिराग पासवान ही गायब थे. हद देखिये कि चिराग पासवान ही नहीं बल्कि बिहार में उनकी पार्टी को चला रहे जीजा अरूण भारती भी आयोजन स्थल से गायब थे. चिराग की गैर मौजूदगी में ही नीतीश कुमार एलजेपी के नेताओं से मिले और वहां से रवाना हो गये.

जेडीयू में भारी बेचैनी

नीतीश कुमार के साथ हुए इस वाकये के बाद जेडीयू में भारी बेचैनी है. जेडीयू के एक नेता ने फर्स्ट बिहार से बात करते हुए कहा कि सीएम अगर कहीं जाते हैं तो उनकी रवानगी से पहले आयोजकों को फोन से इसकी जानकारी दी जाती है. पहले से भी सीएम के आगमन के सभावित समय की जानकारी आयोजकों को दे दी जाती है. इसके बावजूद नीतीश कुमार को रिसीव करने के लिए चिराग पासवान या उनके सांसद जीजा वहां मौजूद नहीं थे.

वैसे, चिराग पासवान ने बाद में मीडिया के सामने सफाई दी कि जिस वक्त नीतीश कुमार वहां पहुंचे थे, उस वक्त वे अपने आवास पर पूजा-पाठ कर रहे थे. इसलिए वे भोज आयोजन स्थल पर नहीं पहुंचे. जेडीयू के नेता ने कहा कि इस सफाई का मतलब कोई बच्चा भी समझ सकता है. जब मुख्यमंत्री के आने का समय तय था तो चिराग पासवान उसी वक्त पूजा पर बैठ गये थे. वैसे भी नीतीश कुमार को लेकर चिराग पासवान क्या सब बोलते रहे हैं, ये जगजाहिर है. लेकिन मुख्यमंत्री को न्योता देकर इस तरह का सलूक करना बर्दाश्त के लायक नहीं है.

नीतीश ने लिया बड़ा फैसला

जेडीयू सूत्र बता रहे हैं कि एलजेपी(रामविलास) के दही चूड़ा भोज में हुए वाकये के बाद नीतीश कुमार और उनकी पार्टी ने बड़ा फैसला ले लिया है. इसी झलक भी मिलने लगी है. सीएम नीतीश कुमार के किसी भी कार्यक्रम की तस्वीरें और वीडियो सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की टीम द्वारा मीडिया को उपलब्ध करायी जाती है. लेकिन चिराग पासवान के भोज की किसी तस्वीर या वीडियो को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी नहीं किया गया है.

चिराग से सीएम ने नहीं की बात

जेडीयू सूत्रों के मुताबिक दही-चूड़ा भोज में हुए वाकये के बाद चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से बात करने के लिए सीएम आवास में टेलीफोन लगाया था. लेकिन नीतीश कुमार ने उनसे बात नहीं की. शायद चिराग पासवान अपने गायब रहने पर नीतीश को सफाई देना चाह रहे थे. लेकिन सीएम ने इसके लिए मौका नहीं दिया.

चिराग के किसी कार्यक्रम में नहीं जायेंगे नीतीश

जेडीयू सूत्रों के मुताबिक दही-चूड़ा भोज में हुई घटना के बाद ये तय कर लिया गया है कि नीतीश कुमार अब चिराग पासवान के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. इन दिनों एलजेपी(रामविलास) के नेताओं को सीएम आवास में बड़े आराम से एंट्री मिल जा रही थी और नीतीश कुमार उन्हें समय दे रहे थे. लेकिन अब इस पर रोक लगा दी जायेगी. जेडीयू दही-चूड़ा भोज में हुई घटना को जानबूझ कर किया गया सलूक मान रहा है. लिहाजा पार्टी ने इसका जवाब देने का फैसला कर लिया है.


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