बांका व जमुई में लगाए जाएंगे सोलर पावर प्लांट, 2024 के जून तक उत्पादित होने लगेगी बिजली
बिहार के जमुई और बांका में दो सौ मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगेगा। प्लांट लगाने के लिए जमीन की बाधा दूर हो गई है। एजेंसी को जरूरत के अनुसार जमीन दी जा रही है। योजना के अनुसार जमुई में 125 मेगावाट और बांका में 75 सहित कुल 200 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट लगाये जाएंगे। जून 2024 तक इन दोनों यूनिटों से उत्पादन होने लगेंगे।
सोलर पावर प्लांट योजना से जुड़ी सतलज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) ने जमुई के लिए आवश्यक 500 एकड़ जमीन के विरुद्ध लक्ष्मीपुर अंचल में 231 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री पूरी करते हुए 75 मेगावाट सोलर पावर प्लांट के लिए निविदा जारी कर दी है। भविष्य में इस टेंडर का विस्तार 150 मेगावाट तक किया जा सकता है। जबकि बांका में आवश्यक 300 एकड़ जमीन के विरुद्ध चकाई के गढ़ीतेलवा में 225 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
वन विभाग से उक्त भूमि का विवरण मांगा गया है। जमुई प्लांट को लेकर 300 एकड़ भूमि से संबंधित विवरणी जून 2023 में डीएम जमुई और वन विभाग को सौंपी गई ताकि उसके राजस्व रिकॉर्ड का सत्यापन हो सके। अगस्त 2023 में इसकी स्वीकृति मिलने के बाद 231 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री पूरी कर ली गई है। जबकि, शेष जमीन की रजिस्ट्री को लेकर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। वहीं बांका में 75 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट के लिए आधा दर्जन से अधिक जगहों मोठाबाड़ी, टोनापाथर, भैरोगंज, सनमुखिया मोड़, लेड़ाटांड, पहाड़पुर आदि में स्थल देखे गए।
इस दौरान चकाई के 3 मौजा डिबिटार, आहरडीह व गढ़ीतेलवा मौजा में प्लेट बिछाने को जगह चिह्नित की गई। वन विभाग ने डिबिटार व आहरडीह की भूमि संबंधित विवरणी उपलब्ध करा दी है, जबकि गढ़ीतेलवा की विवरणी मिलनी बाकी है। विवरणी मिलते ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी होेगी। एजेंसी को रैयती भूमि की पहचान के लिए जमुई (न्यू) सब स्टेशन के पास राजस्व विभाग जबकि बांका (न्यू) सबस्टेशन के पास वन विभाग के सहयोग की जरूरत है।
अवाडा की ओर से 50 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा
बांका में निजी एजेंसी अवाडा की ओर से 50 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है। पावर प्लांट लगाने की प्रक्रिया जोरों पर है। बिजली कंपनी अवाडा से 3.11 रुपए प्रति यूनिट की दर से सोलर बिजली की खरीदारी करेगी। मार्च 24 तक यहां से बिजली उत्पादन शुरू होने के आसार हैं। इसके अलावा वर्तमान में चार हजार सरकारी भवनों पर लगे रूफटॉप प्लांट से 20 मेगावाट सोलर बिजली उत्पादित हो रही है। रूफटॉप प्लांट से 20 मेगावाट और बिजली का उत्पादन की प्रक्रिया चल रही है।
कुल बिजली आपूर्ति में गैर परम्परागत बिजली भी आपूर्ति की जानी है। जमुई व बांका सोलर परियोजनाओं के शुरू होने से तय मानक के अनुसार गैर परम्परागत बिजली आपूर्ति करने में सुविधा होगी।
-महेन्द्र कुमार, निदेशक, ब्रेडा
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