भूमिहार जाति को लालू प्रसाद की नसीहत, कहा कुछ ऐसा कि मंच पर मौजूद लोग रह गये सन्न
बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पर प्रदेश कांग्रेस दफ्तर सदाकत आश्रम में बड़े सियासी समारोह का आयोजन किया गया, जहां कई बड़े सियासी नेताओं का जुटान हुआ। कांग्रेस प्रदेश दफ्तर में हुए इस समारोह का उद्घाटन आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने किया। इस मंच से लालू प्रसाद ने भूमिहार जाति को एक खास नसीहत दी, जिसे सुनकर वहां मौजूद लोग भी सन्न रह गये।
लालू प्रसाद ने भूमिहार जाति के लोगों को नसीहत देते हुए बड़ी बात कही। उन्होंने यादों के पिटारे से एक संस्मरण साझा किया और कहा कि सचिवालय में श्रीकृष्ण सिंह की मूर्ति है, जब सीएम थे, तब राबड़ी देवी और हम वहां जयंती समारोह में जाते थे, उस वक्त सिर्फ भजन वाले मौजूद होते थे। उन्होंने कहा कि भूमिहार वर्ग श्रीकृष्ण बाबू को अपना बोलते हैं लेकिन जयंती में नहीं जाते।
लालू प्रसाद ने कहा कि भूमिहार समाज के लोग कहते हैं कि श्रीबाबू उनकी जाति के हैं लेकिन भूमिहार जाति के लोग अपने ही नेता को याद नहीं करते। उनकी जयंती और पुण्यतिथि नहीं मनाई जाती इसलिए वे भूमिहार जाति से अपील करते हैं कि अपने पूर्वजों को जानें। नई पीढ़ी अपनी जाति के लोगों को जाने और श्रीबाबू को याद करें।
डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती समारोह में लालू प्रसाद ने हुंकार भरते हुए कहा कि देश संकट से गुजर रहा है। देश में सांप्रदायिक ताकतें आंखें फाड़कर खड़ी है। राम-रहीम के बंदों में नफ़रत फैलाया रहा है इसलिए अलग-अलग दल के लोग इकठ्ठा हुए हैं। बिहार से इसकी शुरुआत हो गयी है। इसके साथ ही लालू प्रसाद ने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन का नेता कौन होगा, इसमें कोई परेशानी नहीं है। हमलोग आसानी से नेता चुन लेंगे।
लालू प्रसाद ने कहा कि हमलोग देश में एक बड़ी रैली करने जा रहे हैं। भाजपा भगाओ-देश बचाओ। बीजेपी पर बरसते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि ये लोग सिर्फ छापा मार रहे हैं और केस कर रहे हैं। इनके पास कोई और काम नहीं बचा है। आगामी विधानसभा चुनाव में इनका सूपड़ा साफ हो जाएगा।
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