मंदिरों में दिखा चंद्रग्रहण का असर, बंद किए गए पट, जानें कब होंगे भगवान के दर्शन
खंडग्रास चंद्र ग्रहण के चलते महाराष्ट्र के नागपुर स्थित सभी मंदिरों के पट दोपहर 3:30 बजे बंद कर दिए गए। इसके पीछे की वजह ये है कि चंद्र ग्रहण के दौरान मूर्ति का स्पर्श या पूजन शास्त्रों में वर्जित माना गया है। ये जानकारी गणेश टेकरी मंदिर सचिव श्री राम कुलकर्णी ने दी।
कब दिखेगा चंद्रग्रहण?
इस साल का आखिरी खंडग्रास चंद्र ग्रहण आज रात पूरे देश में दिखाई देने वाला है। ग्रहण का स्पर्श आज रात 1:05 पर होगा और ग्रहण का मोक्ष 29 अक्टूबर को तड़के 2:23 पर होगा। ग्रहण का पर्व कल 1 घंटा 18 मिनट है, ग्रहण का वेध कल दोपहर 3:30 बजे से आरंभ हो गया है।
चंद्र ग्रहण का असर धार्मिक स्थलों पर दिखाई देने लगा है। दोपहर 3:30 बजे ग्रहण से सूतक काल वेध शुरू हो गया है। सूतक लगने के कारण देवी देवताओं के दर्शन नहीं किए जाते, ऐसी मान्यता है। इस दौरान मूर्ति का स्पर्श या पूजन शास्त्रों में वर्जित माना गया है।
ग्रहण का समापन दूसरे दिन 29 अक्टूबर को तड़के 2:23 पर होने वाला है। ग्रहण के समापन के बाद ही देवी-देवताओं के दर्शन हो पाएंगे।
नागपुर के साथ ही विदर्भ में भी मंदिरों के दरवाजों पर लगाए गए ताले
नागपुर स्थित गणेश मंदिर (टेकड़ी गणेश मंदिर) के पट 3:30 बजे बंद कर दिए गए। इसके साथ ही विदर्भ के सभी मंदिरों के दरवाजे में ताले लगा दिए गए। ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिर परिसर का शुद्धिकरण किया जाएगा। इसके बाद देवी देवताओं का मंगल स्नान, आरती के बाद भक्तों के लिए दर्शन शुरू किया जाएगा। गणेश टेकरी मंदिर के सचिव श्री राम कुलकर्णी ने बताया कि सुबह ही लोग भगवान गणेश के दर्शन कर पाएंगे।
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