रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया का जैसे कायाकल्प ही कर दिया है। टीम आईसीसी विश्व कप 2023 में जीत के रथ पर सवार है, जो लगातार जारी है। टीम ने पहले सभी लीग मैच जीतकर सेमीफाइनल में एंट्री की और उसके बाद न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में भी पहुंचने में कामयाबी हासिल कर ली। रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट के इतिहास के ऐसे चौथे कप्तान बन गए हैं, जो अपनी टीम को लेकर वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचे हैं। इससे पहले साल 1983 में कपिल देव, साल 2003 में सौरव गांगुली और साल 2011 में एमएस धोनी की कप्तानी वाली टीम इंडिया फाइनल तक पहुंची थी। केवल एक बार 2003 को छोड़कर बाकी बार खिताब भी जीतने में कामयाब रही। इस बार भी उम्मीद यही करनी चाहिए कि भारतीय क्रिकेट टीम एक और बार विश्वकप का खिताब अपने नाम करे। इस बीच रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रहे रिकी पोंटिंग के एक विश्व कप कीर्तिमान के बिल्कुल करीब पहुंच गए हैं, अगले मैच में वे उनकी बरा​बरी कर सकते हैं।

साल 2003 और 2007 के विश्व कप में एक भी मैच नहीं हारी थी ऑस्ट्रेलियाई टीम

दरअसल एक वनडे विश्व कप में लगातार सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले कप्तान रिकी पोंटिंग हैं। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने साल 2003 में एक भी मैच नहीं हारा था, वहीं इसके बाद साल 2007 में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान रिकी पोंटिंग के हाथ में थी, वहां भी उनकी टीम एक भी मैच नहीं हारी। यानी लगातार 11 मुकाबले जीतकर टीम ने खिताब पर कब्जा किया था। साल 2003 में सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय ​टीम ने लगातार 9 मैच जीते थे, लेकिन फाइनल में इसी रिकी पोंटिंग की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम से हार का सामना करना पड़ा था। रोहित शर्मा अब तक सेमीफाइनल मिलाकर 10 मैच अपने नाम कर चुके हैं। जैसे ही वे फाइनल में जीत दर्ज करेंगे, उसके बाद वे न केवल रिकी पोंटिंग की ​बराबरी कर लेंगे, बल्कि कपिल देव और एमएस धोनी जैसे उन कप्तानों की लिस्ट में शुमार हो जाएंगे, ​जिन्होंने भारत के लिए वनडे विश्व कप जीता है।

ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में से किसी एक से होगा टीम इंडिया का मुकाबला

भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में ​अपनी सीट बुक कर ली है। अब आज ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच मुकाबला खेला जाएगा। इसमें से जो भी टीम जीतेगी, उससे भारत का मुकाबला होगा। विश्व कप का फाइनल मैच 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। इससे पहले साल 2011 में भी विश्व कप की मेज​बानी भारत के पास थी और टीम ने खिताब जीता था। हालांकि तब फाइनल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था और श्रीलंका को हराकर भारत ने खिताब पर कब्जा किया था। अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम फाइनल में पहुंचती है तो उनके लिए ये आठवां मौका होगा, जब वे फाइनल खेल रहे होंगे, वहीं अगर साउथ अफ्रीका की टीम फाइनल में पहुंचती है तो ये पहली बार होगा कि टीम ने फाइनल में अपनी जगह बनाई है। खैर जो भी हो, टीम इंडिया को जीत की जरूरत है, क्योंकि कोई नहीं चाहेंगे कि खिताब से एक कदम की दूरी पर कोई ऐसी घटना ​हो, जिसे क्रिकेट फैंस भुला न पाएं। उम्मीद करनी चाहिए कि टीम इंडिया एक और बार विश्व खिताब पर कब्जा करे।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Adblock Detected!

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.