IND Vs AUS: अहमदाबाद की पिच पर आया बड़ा अपडेट, खुद क्यूरेटर ने फाइनल से पहले बताई खास बात
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाना है। इस मुकाबले से पहले एक बार फिर से पिच को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि, पिच को लेकर चर्चा भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले से पहले ही शुरू हो गई थी। पर फाइनल से पहले भी पिच को लेकर कई चर्चाएं हो रही हैं, इसी बीच अहमदाबाद के पिच क्यूरेटर का भी बयान सामने आया है।
पिच क्यूरेटर का बड़ा बयान
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद के पिच क्यूरेटर ने बताया है कि, फाइनल मुकाबले में इस पिच पर 315 रनों का टारगेट डिफेंड किया जा सकेगा। हालांकि, आमतौर पर अहमदाबाद की पिच का मिजाज कुछ ऐसा है कि यहां बल्लेबाजों को मदद मिलती है। लेकिन यह आईसीसी टूर्नामेंट है तो इस पर आईसीसी बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों के लिहाज से जोर देगी और पिच पर दोनों को मदद मिलेगी। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अभी तक वैसे जो भी मुकाबले खेले गए हैं उनमें काफी वैरिएशन दिखे हैं। पहले मुकाबले में रन बने थे तो बाकी मैचों में गेंदबाजों का जलवा दिखा है। पहले मैच में इंग्लैंड को यहां 350 से ऊपर रन बनाने के बाद भी हार मिली थी।
Ahmedabad pitch curator said, "315 could be a defendable score as batting second will be difficult". (PTI). pic.twitter.com/NyvxRZWB9i
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 17, 2023
भारतीय कप्तान और कोच ने किया मुआयना
भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले से पहले इस मैदान पर नेट्स में अभ्यास किया। कप्तान रोहित शर्मा ने इस दौरान पिच का मुआयना भी किया। कप्तान के अलावा हेड कोच राहुल द्रविड़, बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ और गेंदबाजी कोच पारम म्हाम्ब्रे भी इसका मुआयना करते दिखे। अगर बात करें इस वर्ल्ड कप की तो यहां अभी तक चार मैच हुए हैं जिसमें पहला मैच छोड़कर बाकी तीनों मैच लो स्कोरिंग रहे हैं। जबकि इस पिच को माना बल्लेबाजों की मददगार जाता था, पर यहां धीमी गति से गेंदबाजी सफल रही है। इतना ही नहीं स्पिनर्स भी यहां कारगर साबित हो सकते हैं।
Pumped 🆙 for the #CWC23 Final 🏟️👌#TeamIndia | #MenInBlue | #Final | #INDvAUS pic.twitter.com/9YtJiO2anE
— BCCI (@BCCI) November 17, 2023
क्या रहा इस मैदान का रिकॉर्ड?
अगर इस मैदान की बात करें तो पहले इसे मोटेरा नाम से जाना जाता था। पर पिछले कुछ सालों में यह रिन्यू किया गया और इसे नरेंद्र मोदी स्टेडियम नाम मिला। इस मैदान पर कुल 30 एकदिवसीय मुकाबले खेले गए हैं। जिसमें पहले खेलते हुए 15 बार टीमें जीती हैं तो 15 बार बाद में खेलते हुए भी यहां जीत मिली है। यानी मुकाबला कांटे का है। कुल-मिलाकर इस लिहाज से फाइनल मुकाबले में जोरदार टक्कर हो सकती है। बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को मदद मिल सकती है।
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