बिहार के लखीसराय में छठ पूजा के दूसरे दिन एक भीषण नरसंहार हुआ। इस नरसंहार में चार लोगों की मौत हो गई। जबकि अभी भी दो लोगों का इलाज पटना के पीएमसीएच में कराया जा रहा है। इस घटना को लेकर पक्ष – विपक्ष दोनों तरफ से काफी चर्चाएं हुई। लेकिन इस घटना के करीब चार दिन बीत जाने के बाद भी स्थानीय सांसद पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे। जबकि स्थानीय सांसद पिछले चार दिनों से वहां किसी अन्य कार्यक्रम को लेकर इलाके में मौजूद हैं।

दरअसल, बिहार के लखीसराय जिले में छठ पर्व पर सुबह के अर्घ्य बाद घाट से लौट रहे एक ही परिवार के छह लोगों पर फायरिंग की गई। इस घटना में मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई। उसके बाद घायल तीन लोगों को पटना के पीएमसीएच में एडमिट करवाया गया। उसके बाद इलाज के दौरान पीड़ित परिवार के एक महिला की मौत हो गई।

वहीं, इस घटना की सुचना मिलने के बाद विपक्ष के नेता सबसे पहले पीड़ित परिवार से मिलने उनके पास पहुंचे। इतना जी नहीं इस हत्या के विरोध में विपक्ष के तरफ से बाजार भी बंद करवाया गया। उसके बाद जब मामला तूल पकड़ा को महागठबंधन के नेता भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और आर्थिक मदद की भी बातें कही। लेकिन, इस घटना के चार दिन बीतने के बाद भी इलाके के सांसद पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे।

सबसे बड़ी बात यह है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद ललन सिंह इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र यानी मुंगेर में ही मौजूद है वह एक मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं। लेकिन, इस घटना के चार दिन गुजरने के बाद भी स्थानीय सांसद पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे हैं।

उधर, इसको लेकर जब जदयू के नेताओं से सवाल किया जाता है तो उनका कहना है कि स्थानीय सांसद इसको लेकर डीएम एससी से बात की है। लेकिन सवाल यह है कि जब वह खुद वहां मौजूद है तो आखिर क्यों मिलने नहीं पहुंचे? क्या उन्हें यह नहीं लगता कि यह घटना बड़ी है और उन्हें पीड़ित परिवार से मिलकर भरोसा उचित न्याय का भरोसा देना चाहिए। ऐसे में अब देखना यह है कि क्या ललन सिंह वहां पहुंचते हैं या फिर बस कार्यक्रम खत्म होने के बाद वापस पटना जाते हैं।


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